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अमित शाह का लखनऊ में बड़ा बयान: ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को दिया गया कड़ा संदेश

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर चर्चा की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों की सराहना की और बताया कि 2014 से अब तक नक्सली हिंसा में कमी आई है। उनके बयान में सुरक्षा बलों की सफलताओं और आतंकवाद के खिलाफ की गई कार्रवाइयों का भी जिक्र किया गया। जानें उनके बयान का पूरा विवरण।
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अमित शाह का लखनऊ में बड़ा बयान: ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को दिया गया कड़ा संदेश

केंद्रीय गृह मंत्री का संबोधन

रविवार को लखनऊ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया गया है कि भारत का खून बहाने की कोई आवश्यकता नहीं है। शाह ने यह भी कहा कि जो भी ऐसी कोशिश करेगा, उसे कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा।


कांग्रेस पर तीखा हमला

अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यूपीए सरकार के दौरान आतंकवादी हमले लगातार होते रहे, जैसे कि अहमदाबाद, जयपुर, कोयंबटूर, दिल्ली और कश्मीर में। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में पाकिस्तान ने भारत पर तीन बार हमले की कोशिश की।

शाह ने कहा, "जब पाकिस्तान ने उरी में हमला किया, तब भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की। पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक की गई और पहलगाम में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट किया गया। पीएम मोदी ने देश को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत का खून बहाने का कोई अधिकार नहीं है और जो भी इसे करने की कोशिश करेगा, उसे सजा दी जाएगी।"


नक्सलवाद के खिलाफ कड़ा रुख

अमित शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 से पहले देश के 11 राज्य नक्सल प्रभावित थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर केवल 3 जिलों तक सीमित रह गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि 31 मार्च 2026 तक भारत नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। शाह ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के 11 वर्षों में देश को सुरक्षित किया गया है और नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए हमने निर्णायक कदम उठाए हैं।"


ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र

अमित शाह ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का उल्लेख किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन के दौरान 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनका संबंध प्रमुख आतंकी संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से था।


नक्सली हिंसा में कमी

शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ चल रही कार्रवाई को भी सराहा। उन्होंने बताया कि 2014 से 2024 तक नक्सली हिंसा में 53 प्रतिशत की गिरावट आई है। 2004 से 2014 के बीच 16,463 नक्सली हिंसा की घटनाएं हुईं, जबकि 2014 से 2024 तक यह संख्या घटकर 7,744 रह गई। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, सुरक्षा बलों के आतंकवाद विरोधी अभियानों और रणनीतिक नीतियों की सफलता के कारण नक्सलवाद पर नियंत्रण पाया गया है।


छत्तीसगढ़ में सुरक्षा कार्रवाई

अमित शाह ने छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे ऑपरेशनों का भी जिक्र किया। हाल के महीनों में सुरक्षा बलों द्वारा कई बड़े नक्सली नेताओं को मार गिराया गया है। 21 मई को बोटेर गांव के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान 27 नक्सली मारे गए। इससे पहले सीपीआई (माओवादी) के महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य बसवराजू उर्फ गगनन्ना और अन्य प्रमुख नक्सली नेताओं को भी सुरक्षा बलों ने मौत के घाट उतार दिया था।