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अमृतसर में फायरिंग की घटना, युवक घायल

अमृतसर में एक पूर्व अकाली सरपंच के घर पर फायरिंग की घटना में उनका बेटा घायल हो गया। वहीं, होशियारपुर में एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के घर पर भी फायरिंग की गई। दोनों घटनाओं ने इलाके में दहशत फैला दी है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। जानें पूरी कहानी में क्या हुआ और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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अमृतसर में फायरिंग की घटना, युवक घायल

अमृतसर में फायरिंग की घटना


पूर्व अकाली सरपंच के घर पर फायरिंग


अमृतसर : गुरु नगरी अमृतसर में मजीठा रोड पर रामनगर कॉलोनी में बीती रात अचानक गोलियों की आवाज सुनकर लोग दहशत में आ गए। जब तक स्थानीय लोग कुछ समझ पाते, हमलावर वहां से भाग चुके थे। पीड़ित परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद जांच शुरू की गई।


सूत्रों के अनुसार, रामनगर कॉलोनी में पूर्व अकाली दल के सरपंच कमल के घर के बाहर कुछ अज्ञात युवकों ने फायरिंग की और बोतलें फेंकीं। इस हमले में सरपंच के बेटे को गोली लगी, जिसे गंभीर हालत में गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमलावरों ने देर रात कमल के घर पर पहुंचकर गोलीबारी की और परिवार के सदस्यों के अनुसार, उन्होंने केवल फायरिंग ही नहीं की, बल्कि बोतलें भी फेंकीं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई।


होशियारपुर में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के घर पर फायरिंग

एक और घटना में, पंजाब के होशियारपुर के मॉडल टाउन में एनआरआई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सिमरन सिकंद उर्फ सैम के घर पर भी फायरिंग की गई। बाइक पर सवार नकाबपोश हमलावरों ने उनके घर के गेट पर दो राउंड फायर किए और फिर फरार हो गए। यह घटना रात करीब 12:38 बजे हुई, जब दो युवक मोटरसाइकिल पर आए। एक युवक बाइक पर बैठा रहा, जबकि दूसरे ने सिकंद के घर पर गोलियां चलाईं। यह सब घर पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया।


जांच अधिकारी दीपांकर सिंह ने बताया कि मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और दोषियों की पहचान व गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। सिकंद ने मीडियाकर्मियों से कहा कि फुटेज में नकाबपोश हमलावर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। उनके परिवार को इस साल मार्च से धमकियां मिल रही थीं, जब उन्हें पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी से ग्रेनेड हमले की धमकी मिली थी। धमकी के बाद, पुलिस ने उनकी सुरक्षा के लिए दो गार्ड तैनात किए थे, लेकिन रात की ड्यूटी पर तैनात गार्ड शारीरिक रूप से अक्षम थे और हमलावरों का तुरंत जवाब नहीं दे सके।