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अमेरिका का खतरनाक GBU-57A/B बम: एक नई सैन्य शक्ति

अमेरिका का GBU-57A/B बम, जिसका वजन 13,600 किलोग्राम है, ईरान के भूमिगत परमाणु केंद्रों को नष्ट करने के लिए उपयोग किया गया है। यह बम गहरे बंकरों पर हमला करने की क्षमता रखता है और इसकी लंबी दूरी की बमवर्षकों की सीमा 18,500 किलोमीटर तक बढ़ सकती है। जानें इस खतरनाक हथियार की विशेषताएँ और इसके प्रभाव।
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GBU-57A/B बम की विशेषताएँ

अमेरिका के पास एक अत्याधुनिक बम है, जिसे GBU-57A/B मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर कहा जाता है। यह बम हाल ही में चर्चा का विषय बना है, खासकर जब अमेरिका ने इसे ईरान के भूमिगत परमाणु स्थलों को नष्ट करने के लिए उपयोग किया। इस बम का वजन लगभग 13,600 किलोग्राम है।


ईरान के फोर्डो परमाणु केंद्र पर इस बम को गिराया गया, साथ ही अमेरिकी पनडुब्बियों ने नतांज और इस्फहान के परमाणु केंद्रों पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें भी दागी। नतांज पर एक बस्टर बम भी गिराया गया। यह बम, जो सटीकता से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है, फोर्डो के गहरे भूमिगत केंद्र तक पहुँच सकता है, जो एक पहाड़ के अंदर स्थित है।


इस बम का निर्माण बोइंग कंपनी ने किया है और इसे युद्ध में कभी नहीं इस्तेमाल किया गया है। इसका परीक्षण न्यू मैक्सिको के व्हाइट सैंड्स मिसाइल रेंज में किया गया था।


GBU-57A/B एक अत्यंत खतरनाक भेदक हथियार है, जो गहरे भूमिगत बंकरों पर हमला करने की क्षमता रखता है। यह बम लगभग 6.2 मीटर लंबा है और विस्फोट से पहले लगभग 61 मीटर तक जमीन में घुस सकता है।


इसकी लंबी दूरी की बमवर्षकों की सीमा बिना ईंधन भरे लगभग 11,000 किलोमीटर है, जबकि ईंधन भरने के बाद यह सीमा 18,500 किलोमीटर तक बढ़ सकती है। इस प्रकार, यह बम कुछ घंटों में पृथ्वी के किसी भी स्थान पर पहुँच सकता है।