अमेरिका का दावा: चीन ताइवान पर नहीं करेगा सैन्य कार्रवाई
डोनाल्ड ट्रंप का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन और ताइवान के बीच विवाद को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जब तक वे राष्ट्रपति हैं, चीन ताइवान पर कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा। ट्रंप का यह दावा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उन्हें इस बात का भरोसा दिलाया है।
ट्रंप का इंटरव्यू
ट्रंप ने यह जानकारी सीबीएस के एक कार्यक्रम में दिए गए इंटरव्यू में साझा की। उन्होंने बताया कि हाल ही में दक्षिण कोरिया में शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान ताइवान का मुद्दा सीधे तौर पर नहीं उठाया गया, लेकिन उन्हें विश्वास है कि चीन इस समय कोई कार्रवाई नहीं करेगा। ट्रंप ने कहा कि शी जिनपिंग और उनके अधिकारी यह स्पष्ट करते हैं कि जब तक ट्रंप राष्ट्रपति हैं, ताइवान के मामले में कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।
अमेरिकी अधिकारियों को चिंता है कि चीन ताइवान पर हमला कर सकता है, क्योंकि बीजिंग इसे अपना हिस्सा मानता है।
अमेरिका की नीति
अमेरिका ने ताइवान के मामले में 'रणनीतिक अस्पष्टता' की नीति अपनाई है, जिसका मतलब है कि यह स्पष्ट नहीं है कि चीन के हमले की स्थिति में अमेरिका क्या करेगा। हालांकि, चीन के दूतावास और व्हाइट हाउस की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह इंटरव्यू फ्लोरिडा के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में रिकॉर्ड किया गया था।
ताइवान को हथियारों की बिक्री
अमेरिका ने ताइवान को 330 मिलियन डॉलर के हथियारों की बिक्री को मंजूरी दी है, जिस पर चीन ने कड़ा विरोध जताया है। ट्रंप ने कहा कि फोन कॉल के दौरान फेंटेनाइल, सोयाबीन और अन्य कृषि उत्पादों पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि यह समझौता हमारे किसानों के लिए महत्वपूर्ण है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि बुसान बैठक के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में स्थिर और सकारात्मक प्रगति हुई है, लेकिन व्यापार या सोयाबीन खरीद पर कोई ठोस समझौते का जिक्र नहीं किया गया।
