अमेरिका-चीन तनाव: ट्रंप की चेतावनी पर बीजिंग का जवाब
अमेरिका और चीन के बीच तनाव एक नए स्तर पर पहुंच गया है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटो देशों से रूस पर प्रतिबंधों को कड़ा करने की अपील की। उन्होंने चीन और भारत पर टैरिफ लगाने की बात की, जिससे वैश्विक ऊर्जा बाजार पर प्रभाव पड़ने की संभावना है। इस लेख में जानें कि ट्रंप के इस बयान का क्या अर्थ है और बीजिंग ने किस प्रकार प्रतिक्रिया दी है।
Sep 14, 2025, 15:05 IST
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अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता तनाव
अमेरिका-चीन संघर्ष: अमेरिका और चीन के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक नया मोड़ तब आया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाटो देशों से रूस पर प्रतिबंधों को और कड़ा करने की मांग की। उन्होंने विशेष रूप से रूस के दो प्रमुख ऊर्जा खरीदारों, चीन और भारत पर टैरिफ लगाने का सुझाव दिया। ट्रंप ने नाटो के सदस्यों को चेतावनी दी कि जब तक वे एकजुट होकर रूस के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाते, अमेरिका नए प्रतिबंध नहीं लगाएगा। यह बयान अमेरिका-चीन और भारत के बीच राजनीतिक और आर्थिक तनाव को और बढ़ा सकता है, जिससे वैश्विक ऊर्जा बाजार पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।