अमेरिका ने चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की
अमेरिका ने चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें उन छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है जिनका संबंध चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से है। यह कदम अमेरिका की नई इमिग्रेशन नीति का हिस्सा है, जो तकनीकी और बौद्धिक संपदा की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। जानें इसके पीछे के संभावित कारण और नई गाइडलाइंस के बारे में।
May 30, 2025, 12:38 IST
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अमेरिका की नई वीजा नीति
डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के तहत अमेरिका में वीजा और इमिग्रेशन नीतियों में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। अब अमेरिका ने एक बार फिर से अपने प्रतिकूल संबंधों के चलते चीन के छात्रों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वर्तमान में अमेरिका में लगभग 2.77 लाख चीनी छात्र अध्ययन कर रहे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माकों रुबियो ने इस निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन छात्रों के संबंध चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से हैं या जो संवेदनशील विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं, उनके वीजा रद्द किए जाएंगे।
सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच
इसके साथ ही, सोशल मीडिया गतिविधियों की गहन जांच के लिए नई गाइडलाइंस भी तैयार की जा रही हैं। मौजूदा अपॉइंटमेंट्स पर पुराने नियमों के तहत कार्रवाई जारी रहेगी। यह कदम तब उठाया गया है, जब ट्रंप प्रशासन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के प्रवेश को रोकने की कोशिश कर रहा है, हालांकि अदालत ने इस पर रोक लगा दी है।
संभावित कारण
ये हैं 5 संभावित कारण
1. अमेरिका को संदेह है कि कुछ चीनी छात्र चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के लिए जासूसी कर सकते हैं।
2. एआई और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में पढ़ाई करने वाले छात्रों पर नजर रखी जा रही है, क्योंकि अमेरिका का मानना है कि ये छात्र तकनीकी और बौद्धिक संपदा की चोरी कर सकते हैं।
3. कट्टरपंथी वामपंथी विचारधारा के बढ़ने का डर।
4. टैरिफ वार के कारण दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव।
5. चीनी छात्र अमेरिकी विश्वविद्यालयों की आय का एक बड़ा हिस्सा हैं, जिसे नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।