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अमेरिका में कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या: एक राजनीतिक हत्या का मामला

हाल ही में अमेरिका में कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जो कि एक राजनीतिक हत्या के रूप में देखी जा रही है। यह घटना यूटा के एक विश्वविद्यालय में हुई, जहां वह एक कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। ट्रंप ने किर्क को महान व्यक्ति बताया, जबकि यूटा के गवर्नर ने इसे एक काला दिन करार दिया। जानें इस घटना के पीछे की कहानी और इसके प्रभाव।
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अमेरिका में कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की हत्या: एक राजनीतिक हत्या का मामला

अमेरिका की आंतरिक असुरक्षा का एक उदाहरण

अमेरिका, जो अक्सर दुनिया को धमकाने की कोशिश करता है, खुद कितनी असुरक्षित स्थिति में है, यह हाल की घटनाओं से स्पष्ट होता है। हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना तब हुई जब वह एक विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में भाग ले रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा गया कि चार्ली माइक के सामने बोल रहे थे, तभी अचानक एक गोली उनकी गर्दन के पास लगती है। इसके बाद काफी खून बहता है और वह जमीन पर गिर जाते हैं। यह दुखद घटना यूटा शहर के एक विश्वविद्यालय में हुई, जहां चार्ली द अमेरिका कमबैक प्रोग्राम में शामिल हुए थे। इस घटना का वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया है।


चार्ली किर्क का परिचय

चार्ली किर्क कौन थे?

चार्ली किर्क, 31 वर्ष के, अमेरिका के प्रमुख कंजर्वेटिव कार्यकर्ताओं और मीडिया हस्तियों में से एक थे। वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विश्वसनीय सहयोगियों में से एक माने जाते थे। किर्क ने अमेरिकी कॉलेजों में खुले बहस आयोजित करने के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने 18 साल की उम्र में टर्निंग पॉइंट यूएसए नामक एक युवा आंदोलन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य उदारवादी झुकाव वाले कॉलेजों में रूढ़िवादी विचारों का प्रचार करना था। उनकी वेबसाइट के अनुसार, टर्निंग पॉइंट यूएसए का मिशन "राजकोषीय जिम्मेदारी, मुक्त बाजार और सीमित सरकार के सिद्धांतों को बढ़ावा देना" है।


ट्रंप और यूटा के गवर्नर की प्रतिक्रियाएँ

डोनाल्ड ट्रंप ने चार्ली किर्क की मृत्यु की खबर को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए उन्हें एक महान व्यक्ति बताया। ट्रंप ने कहा कि चार्ली से बेहतर अमेरिका के युवाओं को कोई नहीं समझता था। वहीं, यूटा के गवर्नर स्पेंसर कॉक्स ने इस घटना को राजनीतिक हत्या करार दिया। उन्होंने इसे हमारे राज्य के लिए एक काला दिन और देश के लिए एक दुखद घटना बताया।