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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का टैरिफ पर यू-टर्न: भारत को मिलेगा लाभ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खाद्य आयात पर शुल्क में कटौती का निर्णय लिया है, जिसका भारत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह कदम महंगाई को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। व्हाइट हाउस ने उष्णकटिबंधीय फलों, चाय और मसालों पर शुल्क में छूट की घोषणा की है। इससे भारत को निर्यात में लाभ मिलने की उम्मीद है। जानें इस निर्णय के पीछे के कारण और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
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अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का टैरिफ पर यू-टर्न: भारत को मिलेगा लाभ

टैरिफ में कटौती का निर्णय

न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने पहले टैरिफ बम फोड़कर वैश्विक बाजार में हलचल मचाई थी, अब अपने फैसले में बदलाव कर रहे हैं। उन्होंने खाद्य आयात पर शुल्क में कमी की है। आइए जानते हैं कि इसका भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा।


महंगाई पर नियंत्रण का प्रयास

ट्रंप का यह कदम महंगाई को नियंत्रित करने और आम जनता को राहत देने के लिए उठाया गया है। इससे भारत को भी लाभ मिलने की संभावना है। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को घोषणा की कि उष्णकटिबंधीय फलों, जूस, चाय और मसालों पर अब कोई पारस्परिक शुल्क नहीं लगेगा।


आयात पर शुल्क की जानकारी

व्हाइट हाउस की फैक्टशीट में कॉफी, चाय, कोको, संतरे, टमाटर और बीफ का उल्लेख किया गया है। ट्रंप ने भारत से आयात पर 25 प्रतिशत का शुल्क लगाया था, साथ ही रूस से तेल खरीदने पर भी 25 प्रतिशत का दंडात्मक शुल्क लगाया गया था।


जेनेरिक दवाओं पर टैरिफ में कमी

महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ट्रंप ने पहले जेनेरिक दवाओं पर टैरिफ हटा दिया था, जिससे भारत को काफी लाभ हुआ। भारत अमेरिका में 47 प्रतिशत जेनेरिक दवाओं की आपूर्ति करता है। खाद्य उत्पादों की कीमतों में वृद्धि का असर आयातकों और खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से आम जनता पर पड़ा।


डेमोक्रेट्स का महंगाई पर ध्यान

हाल के चुनावों में डेमोक्रेट्स ने महंगाई को एक प्रमुख मुद्दा बनाया। उन्होंने महंगाई कम करने पर ध्यान केंद्रित किया, जिससे मतदाताओं पर खर्च का दबाव बढ़ा और उनकी जीत में मदद मिली।


भारत को निर्यात में संभावित लाभ

ट्रंप अंतरराष्ट्रीय मामलों और टैरिफ में व्यस्त रहे, जबकि आम जनता के लिए महंगाई का मुद्दा उनके ध्यान में नहीं रहा। अमेरिका में महंगाई का मुद्दा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बन गया है, जिससे भारत को आम, अनार और चाय के निर्यात में लाभ हो सकता है।


महंगाई के आंकड़े

अमेरिकी मीडिया के अनुसार, हाल के चुनावों में महंगाई एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा। सितंबर के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के अनुसार, भुनी हुई कॉफी की कीमतों में 18.9 प्रतिशत और बीफ तथा वील की कीमतों में 14.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।


भारतीय किराना दुकानों में मूल्य वृद्धि

भारत से आयातित मसालों और खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारतीय किराना दुकानों में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।