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अमेरिकी सैन्य परेड में जनरल मुनीर के आमंत्रण की अफवाहें हुईं खारिज

वॉशिंगटन में 14 जून को होने वाली अमेरिकी सैन्य परेड के संदर्भ में फैली अफवाहों को वाइट हाउस ने खारिज कर दिया है। राष्ट्रपति कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को इस परेड में आमंत्रित नहीं किया गया है। यह परेड अमेरिकी सशस्त्र बलों की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है और क्यों यह भारत के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
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अमेरिकी सैन्य परेड में जनरल मुनीर के आमंत्रण की अफवाहें हुईं खारिज

वाइट हाउस ने स्पष्ट किया स्थिति

14 जून को वॉशिंगटन में होने वाली अमेरिकी सैन्य परेड के बारे में फैली अफवाहों पर वाइट हाउस ने स्थिति स्पष्ट की है। राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर को इस परेड में आमंत्रित नहीं किया गया है। यह परेड अमेरिकी सशस्त्र बलों की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित की जा रही है, जो एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक घटना है। इस दिन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जन्मदिन भी है।


असीम मुनीर को नहीं मिला आमंत्रण

एक रिपोर्ट के अनुसार, वाइट हाउस के एक अधिकारी ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया था कि जनरल मुनीर को 'गेस्ट ऑफ ऑनर' के रूप में बुलाया गया है। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि ये सभी दावे गलत और भ्रामक हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने किसी भी विदेशी सैन्य अधिकारी को इस परेड के लिए निमंत्रण नहीं भेजा है, इसलिए मुनीर को आमंत्रित करने का सवाल ही नहीं उठता।


पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स पर विश्लेषण

कई पाकिस्तानी मीडिया पोर्टलों ने दावा किया था कि जनरल मुनीर को अमेरिकी सरकार से औपचारिक निमंत्रण मिला है और वह इस विशेष परेड में शामिल होने वाले हैं। दक्षिण एशिया के विश्लेषकों ने इसे भारत के लिए एक संभावित कूटनीतिक चिंता के रूप में देखा। कुछ विशेषज्ञों का मानना था कि यदि यह सच होता, तो यह अमेरिका और पाकिस्तान के रक्षा संबंधों में गहराई का संकेत देता, जो भारत के रणनीतिक हितों के लिए नकारात्मक हो सकता था।


डेरेक ग्रॉसमैन की प्रतिक्रिया

रैंड कॉर्पोरेशन के वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक डेरेक ग्रॉसमैन ने भी इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि यदि अमेरिका ने असीम मुनीर को बुलाया होता, तो यह एक ऐसे व्यक्ति को आमंत्रित करने के समान होता जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। हालांकि, अब अमेरिकी अधिकारियों ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि किसी भी विदेशी मेहमान को इस परेड में आमंत्रित नहीं किया गया है।