अम्बेडकरनगर में बीजेपी महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष ने न्याय की गुहार लगाई

अम्बेडकरनगर में न्याय की तलाश
अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह न्याय के लिए संघर्ष कर रही हैं। उनका आरोप है कि कुछ स्थानीय लोगों ने उनके परिवार पर हमला किया है और पुलिस तथा प्रशासन ने इस मामले में अनदेखी की है। इस स्थिति के कारण उन्हें अपने छोटे बच्चे के साथ थाने के बाहर धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने न्याय की तलाश में तीन दिनों तक विभिन्न स्थानों पर धरना दिया।
रिंकल सिंह का कहना है कि गांव के एक सार्वजनिक तालाब पर कब्जे को लेकर विवाद हुआ, जिसके चलते उनके पति और परिवार पर हमला किया गया। हालांकि, आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पीड़िता ने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन हर बार निराशा ही हाथ लगी।
सांसद के सामने भावुक रिंकल
सांसद के पैरों में गिरकर लगाई न्याय की गुहार
जब राज्यसभा सांसद बृजलाल अम्बेडकरनगर आए, तब रिंकल सिंह ने उनके पास जाकर न्याय की गुहार लगाई। इस दौरान वे भावुक हो गईं और रोने लगीं। सांसद के पैरों में गिरकर उन्होंने न्याय की मांग की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
सांसद ने दिया आश्वासन
राज्यसभा सांसद बृजलाल के सामने रिंकल सिंह ने मंच पर जाकर हाथ जोड़कर न्याय की मांग की। इस दौरान वे सांसद के पैरों में गिर गईं। इसके बाद, सांसद ने उन्हें आश्वासन दिया कि कार्रवाई की जाएगी, जिससे रिंकल शांत हुईं।
बीजेपी की आंतरिक गुटबाजी का खुलासा
आम जनता की चिंता
इस घटना ने बीजेपी की आंतरिक गुटबाजी को उजागर किया है। रिंकल ने कहा कि कुछ वरिष्ठ नेता उन्हें संगठन से बाहर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जिला अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों पर पक्षपात का आरोप लगाया है।
सीओ पर गंभीर आरोप
रिंकल ने सीओ भीटी पर दुर्व्यवहार और झूठे केस में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है। यह आरोप प्रशासनिक निष्पक्षता पर सवाल उठाते हैं। हालांकि, पार्टी के अधिकांश नेता चुप हैं, जबकि कुछ स्थानीय कार्यकर्ता उनके समर्थन में आए हैं।
पूरा मामला जानें
महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष रिंकल सिंह का एक स्थानीय व्यक्ति से विवाद हुआ था। वे अपने गांव के तालाब पर हो रहे अवैध कब्जे का विरोध कर रही थीं। रिंकल का आरोप है कि इससे नाराज आरोपियों ने उन्हें गालियाँ दीं और पिस्टल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर महरुआ थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
रिंकल का कहना है कि अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जिससे नाराज होकर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ महरुआ थाने में धरना दिया। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि वे बीजेपी जिलाध्यक्ष से मिले हुए हैं।