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अरशद वारसी और उनकी पत्नी पर SEBI की कार्रवाई: शेयर बाजार में 5 साल का बैन

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी और उनकी पत्नी पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग से बैन लगाया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने YouTube चैनलों के माध्यम से निवेशकों को 'साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड' के शेयर खरीदने के लिए प्रेरित किया और फिर उन्हें ऊंचे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाया। SEBI की जांच में खुलासा हुआ है कि इस फर्जीवाड़े से आम निवेशकों को लगभग 50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और SEBI के आदेश के बारे में।
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अरशद वारसी और उनकी पत्नी पर SEBI की कार्रवाई: शेयर बाजार में 5 साल का बैन

SEBI की सख्त कार्रवाई

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया गोरेट्टी और 57 अन्य व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें 1 से 5 साल के लिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग से प्रतिबंधित कर दिया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर YouTube चैनलों के माध्यम से निवेशकों को 'साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड' (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम लिमिटेड) के शेयर खरीदने के लिए प्रेरित किया और फिर उन्हें ऊंचे दाम पर बेचकर लाभ कमाया।


जांच रिपोर्ट के निष्कर्ष

SEBI की 109 पन्नों की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अरशद वारसी ने इस योजना के तहत 41.70 लाख रुपये और उनकी पत्नी ने 50.35 लाख रुपये का लाभ अर्जित किया। इसके साथ ही, दोनों पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। SEBI ने 58.01 करोड़ रुपये की अवैध कमाई का पता लगाया है, जिसे दोषियों को 12 प्रतिशत ब्याज के साथ लौटाना होगा।


फर्जीवाड़े का संचालन

SEBI के अनुसार, यह फर्जीवाड़ा दो चरणों में हुआ। पहले चरण में, प्रमोटरों से जुड़े निवेशकों ने आपस में ट्रेडिंग करके शेयर का मूल्य बढ़ाया। शेयर की लिक्विडिटी कम होने के कारण कीमत पर जल्दी असर पड़ा। दूसरे चरण में, Moneywise, Profit Yatra और The Advisor जैसे YouTube चैनलों पर मनीष मिश्रा द्वारा बनाए गए प्रचार वीडियो अपलोड किए गए, जिनमें शेयर को 'गोल्डन इन्वेस्टमेंट' के रूप में प्रस्तुत किया गया।


मास्टरमाइंड की पहचान

SEBI की जांच में गौरव गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता और मनीष मिश्रा को इस पूरे ऑपरेशन का मास्टरमाइंड बताया गया है। इसके अलावा, जतिन शाह ने इस योजना को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सुभाष अग्रवाल ने मनीष मिश्रा और प्रमोटरों के बीच मध्यस्थता की।


YouTube पर करोड़ों का प्रचार

SEBI को मिली शिकायतों में बताया गया कि करोड़ों रुपये खर्च कर वीडियो वायरल किए गए ताकि अधिक से अधिक निवेशक इन शेयरों में निवेश करें। जब कीमतें बढ़ गईं, तो मास्टरमाइंड और जुड़े निवेशकों ने शेयर ऊंचे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाया, जिससे आम निवेशकों को नुकसान हुआ।


SEBI की कार्रवाई और आदेश

शिकायतों के आधार पर, SEBI ने जुलाई से सितंबर 2022 के बीच जांच शुरू की और 8 मार्च से 30 नवंबर 2022 तक साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों में ट्रेडिंग की बारीकी से जांच की। इसके बाद, 2 मार्च 2023 को अंतरिम आदेश जारी किया गया और अब फाइनल आदेश में सभी दोषियों पर प्रतिबंध और भारी जुर्माना लगाया गया है।


निवेशकों को 50 करोड़ का नुकसान

SEBI की रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना से आम निवेशकों को लगभग 50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह 'Pump and Dump' योजना का एक क्लासिक उदाहरण है, जिसमें पहले शेयर की कीमत कृत्रिम रूप से बढ़ाई जाती है और फिर उन्हें महंगे दाम पर बेचकर मुनाफा कमाया जाता है।