अरशद वारसी और परिवार पर SEBI का बड़ा एक्शन: शेयर बाजार में धोखाधड़ी का मामला

SEBI ने अरशद वारसी और उनके परिवार को किया प्रतिबंधित
बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी मरिया गोरेट्टी और उनके भाई को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने शेयर बाजार में एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। इसके साथ ही, SEBI ने 58 अन्य व्यक्तियों को भी इसी मामले में बैन किया है। यह कार्रवाई एक धोखाधड़ी मामले के तहत की गई है, जिसमें आरोप है कि इन लोगों ने साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (अब क्रिस्टल बिजनेस सिस्टम लिमिटेड) के शेयरों की कीमत को जानबूझकर बढ़ाया और उन्हें ऊंचे दामों पर बेचने के लिए पंप एंड डंप स्कीम का सहारा लिया।
पंप एंड डंप स्कीम का विवरण
SEBI के अनुसार, इस स्कीम के तहत आरोपियों ने साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों के दाम को जानबूझकर बढ़ाया और फिर उन्हें अनजान निवेशकों को बेचा। SEBI की जांच में यह सामने आया कि इस प्रक्रिया के दौरान इन लोगों ने धोखाधड़ी से बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाया। गौरव गुप्ता जैसे प्रमुख लाभार्थियों ने 18.33 करोड़ रुपये की कमाई की, जबकि साधना बायो ऑयल्स प्राइवेट लिमिटेड ने 9.41 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। SEBI ने इन अवैध लाभों को वापस करने का आदेश भी दिया है।
जुर्माना और प्रतिबंध की जानकारी
SEBI ने इस धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों पर भारी जुर्माना लगाया है। मनीष मिश्रा पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि गौरव गुप्ता और अन्य पर 2-2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, जतिन मनुभाई शाह पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। ये जुर्माना अवैध लाभ की वसूली और उनके गलत कार्यों की सजा के लिए लगाया गया है।
सोशल मीडिया का दुरुपयोग
SEBI ने इस मामले में विशेष रूप से पांच प्रमुख यूट्यूब चैनलों की पहचान की है, जो गलत जानकारी फैलाने के लिए जिम्मेदार थे। इनमें 'द एडवाइज़र', 'मिडकैप कॉल्स', 'प्रॉफिट यात्रा', 'मनीवाइज' और 'इंडिया बुलिश' शामिल हैं। इन चैनलों ने साधना ब्रॉडकास्ट के शेयरों के बारे में भ्रामक वीडियो और जानकारी प्रकाशित की, जिससे निवेशकों को गलत दिशा में मार्गदर्शन किया गया। SEBI ने यह भी बताया कि इन वीडियो के जरिए शेयरों की कीमतों को बढ़ाया गया और फिर पंप एंड डंप योजना के तहत शेयरों को बेचा गया।
व्हाट्सएप चैट से मिली जानकारी
SEBI की जांच में मनीष मिश्रा और अरशद वारसी के बीच व्हाट्सएप चैट्स भी सामने आई हैं, जो यह दर्शाती हैं कि मनीष मिश्रा ने अरशद वारसी, उनकी पत्नी और उनके भाई को 25-25 लाख रुपये ट्रांसफर करने की योजना बनाई थी। इस चैट के आधार पर SEBI ने निष्कर्ष निकाला कि ये लोग धोखाधड़ी में शामिल थे।