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अर्शदीप सिंह का इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू: युवा भारतीय टीम की नई उम्मीद

अर्शदीप सिंह, युवा भारतीय तेज गेंदबाज, इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के लिए तैयार हैं। उनके कोच जसवंत राय ने उनकी मेहनत और तैयारी की सराहना की है। अर्शदीप ने पिछले एक साल में लाल गेंद क्रिकेट में काफी सुधार किया है और इंग्लैंड की परिस्थितियों में खुद को साबित करने के लिए उत्सुक हैं। जानें उनके सफर और क्रिकेट में उनके योगदान के बारे में।
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अर्शदीप सिंह का इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू: युवा भारतीय टीम की नई उम्मीद

अर्शदीप सिंह की टेस्ट टीम में एंट्री

नई दिल्ली। युवा भारतीय क्रिकेट टीम का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से शुरू होने जा रहा है। इस टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को पहली बार शामिल किया गया है। जसप्रीत बुमराह के प्रबंधन के चलते अर्शदीप पर अधिक जिम्मेदारी आ सकती है, लेकिन उन्होंने इस जिम्मेदारी के लिए पिछले दो वर्षों में कड़ी मेहनत की है। उनके कोच जसवंत राय का मानना है कि अब समय आ गया है कि अर्शदीप अपनी मेहनत का फल प्राप्त करें।


कोच का विश्वास और अर्शदीप की तैयारी

ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत में राय ने बताया कि जब अर्शदीप ने अंडर-19 विश्व कप जीता था, तब राहुल द्रविड़ टीम के कोच थे। द्रविड़ ने अर्शदीप की क्षमता को पहचाना और उन्हें टेस्ट क्रिकेट की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। 2023 में, द्रविड़ ने उन्हें केंट में काउंटी क्रिकेट खेलने में मदद की, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।


प्रथम श्रेणी अनुभव और प्रदर्शन

अर्शदीप के पास केवल 21 प्रथम श्रेणी मैचों का अनुभव है, जिसमें उन्होंने 30.37 की औसत से 66 विकेट लिए हैं। पिछले सीजन में, उन्होंने केवल पांच प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें दो रणजी ट्रॉफी और तीन दलीप ट्रॉफी मैच शामिल थे। दलीप ट्रॉफी में उन्होंने 21 की औसत से 13 विकेट चटकाए।


अर्शदीप की गेंदबाजी तकनीक

राय ने कहा कि अर्शदीप का चयन सही समय पर हुआ है। वह पिछले एक साल से लाल गेंद क्रिकेट में मेहनत कर रहा है और इंग्लैंड में टेस्ट डेब्यू करने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी की तकनीक अलग होती है, जिसमें लंबे स्पेल डालने की आवश्यकता होती है। अर्शदीप ने अपनी गति और स्विंग पर काम किया है और अब वह इसमें सफल हो रहे हैं।


अर्शदीप का सफर

अर्शदीप ने 2018 में अंडर-19 विश्व कप खेला था, लेकिन इस साल ने उनकी जिंदगी को बदल दिया। पहले वह पंजाब की जिला स्तर की अंडर-19 टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। उनके पिता ने उन्हें कनाडा भेजने का विचार किया था, लेकिन अर्शदीप ने एक साल की मोहलत मांगी, जो उनके लिए महत्वपूर्ण साबित हुई।


इंग्लैंड में अर्शदीप की संभावनाएं

इंग्लैंड की सीम और स्विंग वाली परिस्थितियों में भारत के कई गेंदबाज सफल रहे हैं। अब अर्शदीप की बारी है, और उनके साथी शुभमन गिल और बुमराह जैसे सीनियर्स का समर्थन उनके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। अर्शदीप इंग्लैंड में अपनी प्रतिभा साबित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।