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अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान हादसा: एक जीवित बचा, 265 शव मिले

गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा। इस भयानक हादसे ने शहर को हिला कर रख दिया, जहां जलते मलबे और शवों की दुर्गंध ने भयावह दृश्य उत्पन्न किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे की गंभीरता को बताया, जबकि बचाव कार्य में 265 शवों को सिविल अस्पताल लाया गया। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
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अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान हादसा: एक जीवित बचा, 265 शव मिले

भयानक विमान दुर्घटना

गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद में एक गंभीर विमान हादसा हुआ, जब एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों में से केवल एक व्यक्ति ही बच पाया, जबकि परिसर में मौजूद कुछ अन्य लोग भी प्रभावित हुए।


तबाही का मंजर

तबाही का मंजर
इस दुर्घटना ने अहमदाबाद को हिला कर रख दिया। जलते हुए मलबे, काली इमारतों और मौत की भयानक गंध ने एक भयावह दृश्य उत्पन्न किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जो घटनास्थल पर पहुंचे, ने बताया कि विमान में 1,25,000 लीटर ईंधन था, जिससे आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि किसी के जीवित बचने की संभावना नहीं थी। उन्होंने कहा, "दुर्घटनाग्रस्त बोइंग 787 में तापमान इतना अधिक था कि किसी को बचाने की कोई गुंजाइश नहीं थी।" फिर भी, एक यात्री का चमत्कारिक रूप से बचना एक आश्चर्य था।


दुर्गंध का फैलाव

ईंधन और शवों की गंध
दुर्घटना के बाद, विमानन ईंधन और जले हुए मानव शरीर की दुर्गंध हवा में घंटों तक बनी रही। रिपोर्ट के अनुसार, यह गंध बीजे मेडिकल कॉलेज और नजदीकी सिविल अस्पताल तक फैल गई। विमान, जो दोपहर 1:30 बजे के बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ा था, मेडिकल कॉलेज के आवासीय क्षेत्र में गिरा। इस हादसे ने तीन इमारतों को प्रभावित किया, जिनमें एमबीबीएस छात्रों का मेस हॉल और दो पांच मंजिला कर्मचारी आवास शामिल थे, जो आग में पूरी तरह जल गए।


मलबे का दृश्य

मलबे का दृश्य
घटनास्थल पर बिखरे मलबे में मुड़े हुए बीम, काली दीवारें, धातु के टुकड़े और कई यात्रियों के जले हुए अवशेष मिले, जिनकी पहचान डीएनए परीक्षण से की जाएगी। विमान का एक बड़ा पंख जमीन पर पड़ा मिला, जबकि पूंछ का हिस्सा मेस हॉल में धंसा हुआ था। यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।


बचाव कार्य

बचाव कार्य
रातभर चले बचाव अभियान में गुजरात पुलिस, अग्निशामक विभाग और आपातकालीन इकाइयों ने मलबे को हटाने के लिए भारी मशीनरी का उपयोग किया। गुरुवार रात तक, पुलिस ने पुष्टि की कि 265 शवों को सिविल अस्पताल लाया गया।