अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट दुर्घटना: प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री का शोक संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने इसे "शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना" करार देते हुए कहा कि यह त्रासदी "हमें स्तब्ध और दुखी कर गई है"। प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से बात की और प्रभावितों की सहायता के लिए अहमदाबाद भेजने का निर्देश दिया।
दुर्घटना का विवरण
हादसे का विवरण
एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, जिसका पंजीकरण VT-ANB था, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के आवासीय क्वार्टर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। दुर्घटना में सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत की पुष्टि की गई है।
राहत कार्य में जुटी टीमें
राहत कार्य में जुटी कई टीमें
दुर्घटना के तुरंत बाद एयर इंडिया, सरकारी अधिकारी और आपातकालीन सेवाएं राहत कार्यों में जुट गईं। दो दर्जन से अधिक एम्बुलेंस घटनास्थल पर भेजी गईं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने इलाके में यातायात को रोक दिया ताकि बचाव कार्य बिना किसी बाधा के जारी रह सके। अहमदाबाद एयरपोर्ट पर परिचालन फिलहाल अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और राहत कार्यों पर पूरा फोकस है।
जांच और कार्रवाई
जांच और आगे की कार्रवाई
सरकार ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बताया है कि विमान के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) बरामद कर लिए गए हैं, जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। विमान के पायलट सुमीत सभरवाल और सह-पायलट क्लाइव कुंदर के पास उड़ान का अच्छा अनुभव था, लेकिन विमान टेकऑफ के बाद चढ़ाई पाने में विफल रहा।
एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया का पहला बयान
यह हादसा एयर इंडिया के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर तब जब यह एयरलाइन टाटा समूह के अधीन अपनी नई पहचान बनाने में लगी है। एयर इंडिया ने अपने यात्रियों के परिवारों के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है ताकि वे आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकें। एयरलाइन के प्रबंधन ने इस दुर्घटना को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की है और राहत एवं पुनर्प्राप्ति कार्यों में पूरी तत्परता से सहयोग कर रहा है।
सुरक्षा पर सवाल
विमान की सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाता है। पिछले कुछ दशकों में एयर इंडिया की यह पहली बड़ी दुर्घटना है, जिससे विमानों की जांच और सुरक्षा मानकों को और कड़ा करने की जरूरत महसूस हो रही है। विमानन अधिकारियों का कहना है कि यह जांच पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी होगी ताकि ऐसी दुर्घटनाएं भविष्य में न हों।
दुनिया का शोक
इस त्रासदी ने न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने शोक व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। एयर इंडिया और भारतीय सरकार राहत कार्यों में जुटी हुई है और जांच के निष्कर्षों का इंतजार किया जा रहा है।