अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटना: कई छात्रों की जान जाने की आशंका

दुखद विमान हादसा
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को एक गंभीर विमान दुर्घटना ने पूरे देश को हिला दिया। एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171, जिसमें 242 यात्री सवार थे, लंदन के लिए उड़ान भरने के दो मिनट बाद मेघानी नगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गई। इस घटना में कई एमबीबीएस छात्रों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि विमान हॉस्टल की मेस पर गिरा, जहां छात्र दोपहर का भोजन कर रहे थे।
हादसे का दृश्य
भयावह दृश्य
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में हादसे के स्थल से काले धुएं का उठना देखा जा सकता है। विमान का मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकराया हुआ है। हॉस्टल में बिखरे भोजन के प्लेट्स यह दर्शाते हैं कि यह हादसा उस समय हुआ जब छात्र भोजन कर रहे थे। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने एक्स पर लिखा, "हम एयर इंडिया की फ्लाइट के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से गहरे सदमे में हैं। यह और भी दुखद है कि विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर गिरा, जिसमें कई एमबीबीएस छात्र घायल हुए हैं। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं!"
बचाव कार्य की जानकारी
राहत कार्य
हादसे के तुरंत बाद फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गईं। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एयर इंडिया ने जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है।
प्रधानमंत्री का संवेदना संदेश
पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, "अहमदाबाद की त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी किया है। यह हृदयविदारक है। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावितों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं जो सहायता के लिए काम कर रहे हैं।" नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, "मेरी संवेदनाएं यात्रियों और उनके परिवारों के साथ हैं।" यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इसे "विनाशकारी" बताया।
एयर इंडिया का आधिकारिक बयान
एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
एयर इंडिया ने कहा, "फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से 13:38 बजे लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई, दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे।" चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा, "हमारी प्राथमिकता प्रभावितों और उनके परिवारों को सहायता देना है।"