अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना: छात्रों और कर्मचारियों की भयावह यादें

दुर्घटना का मंजर
गुरुवार को अहमदाबाद में एयर इंडिया के लंदन जाने वाले विमान के बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, वहां के छात्रों, प्रोफेसरों और कर्मचारियों ने उस भयानक क्षण को याद किया।
बालकनी से कूदकर बचा
बालकनी से कूदा तभी बच पाया
द्वितीय वर्ष के रेजिडेंट डॉक्टर तरुण ने कहा, "आग इतनी भयंकर थी कि मेरे फ्लैट से बाहर निकलना असंभव था। मैं बालकनी से कूद गया, तभी मैं बच पाया। अब हम घर नहीं जा रहे हैं। जहां भी जगह मिलेगी, वहीं रहेंगे।" एक सहायक प्रोफेसर डॉ. पीयूष ने उस क्षण को याद करते हुए बताया कि वे इमारत से भागे और बाउंड्री वॉल कूदकर बाहर निकले, जिसमें उन्हें मोच आ गई। उन्होंने कहा, "अगर मैं 15-20 सेकंड और रुकता, तो दम घुटने या धुएं से मेरी मृत्यु हो जाती। कई लोग अपने परिवारों के साथ वहां रहते थे।"
मेस में काम कर रहे कर्मचारी
रोटी बना रहे थे मेस कर्मचारी
विमान के मेस में टकराने से वहां काम कर रहे कर्मचारियों की जान भी खतरे में पड़ गई। एक कर्मचारी ने बताया, "हम अपनी जान बचाने के लिए नीचे भागे। कुछ समझ नहीं आया। उस समय हम रोटियां बना रहे थे। 3-4 बच्चे मर गए, और 3-4 आईसीयू में भर्ती हैं। एक महिला और 2 साल का बच्चा कल से लापता हैं।"
दुर्घटना में हुई जनहानि
241 यात्रियों की मौत
एयर इंडिया ने पुष्टि की है कि उड़ान एआई-171 में सवार 242 लोगों में से 241 की मृत्यु हो गई है। केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। डीजीसीए ने बताया कि पायलटों ने टेकऑफ के कुछ मिनट बाद मेडे कॉल भेजा, लेकिन इसके बाद एटीसी से संपर्क टूट गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।