अहमदाबाद में जगन्नाथ रथयात्रा: पुलिस की तैयारी और तकनीकी उपाय

जगन्नाथ रथयात्रा का उत्सव
गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा को लेकर स्थानीय लोग बेहद उत्साहित हैं। यह रथयात्रा 27 जून को आयोजित की जाएगी, जिसमें लाखों भक्तों की भीड़ शामिल होगी। इस यात्रा का शुभारंभ जल यात्रा के साथ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में संत और श्रद्धालु शामिल हुए। गुजरात पुलिस इस आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है, क्योंकि रथ यात्रा के दौरान भगदड़ जैसी घटनाओं का खतरा बना रहता है। ओडिशा के पुरी में भी जगन्नाथ यात्रा की शुरुआत हो रही है, जो वार्षिक रथ यात्रा उत्सव का संकेत देती है।
ड्रोन और एआई का उपयोग
गुजरात पुलिस इस बार रथयात्रा के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ड्रोन और एआई तकनीक का सहारा लेगी। भीड़ के बढ़ने से भगदड़ की आशंका रहती है, इसलिए पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। अहमदाबाद में जल यात्रा में विभिन्न संतों के साथ भक्त भी शामिल होते हैं, और यह यात्रा धूमधाम से आरंभ होती है।
पुलिस की योजना
हाल ही में बंगलूरू में हुई भगदड़ की घटनाओं ने सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया है। गुजरात पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लेते हुए अपनी रणनीति को मजबूत किया है। अहमदाबाद क्राइम ब्रांच एआई सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रही है, जिससे यह पता लगाया जा सकेगा कि कितने लोग यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
सॉफ्टवेयर की कार्यप्रणाली
यह एआई सॉफ्टवेयर लोगों की संख्या की गणना करेगा और पुलिस को भीड़ के आने-जाने की जानकारी देगा। यह प्रणाली समय पर कार्रवाई करने में मदद करेगी, साथ ही जरूरत पड़ने पर पुलिस बल को भेजने और ट्रैफिक को डायवर्ट करने में भी सहायक होगी।
रथ खींचने का पुण्य
मान्यता है कि रथ यात्रा के दौरान यदि कोई भक्त स्वयं रथ खींचता है या दर्शन करता है, तो उसके जीवन की कठिनाइयाँ दूर हो जाती हैं। भगवान जगन्नाथ की कृपा भक्तों पर सदैव बनी रहती है, यही कारण है कि हर साल लाखों भक्त इस उत्सव में भाग लेते हैं।
जगन्नाथ रथ यात्रा का महत्व
इस यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बल भद्र और देवी सुभद्रा रथ पर सवार होकर नगर का भ्रमण करते हैं। पुरानी मान्यताओं के अनुसार, रथ यात्रा के दौरान भगवान के दर्शन से सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं। एक पुराण के अनुसार, देवी सुभद्रा ने भगवान जगन्नाथ से नगर देखने की इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद भगवान ने उन्हें रथ पर बैठाकर पूरे शहर का भ्रमण कराया।