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अहमदाबाद में शराब तस्करी का बड़ा खुलासा, 700 पेटियां बरामद

अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने प्याज की आड़ में शराब की एक बड़ी खेप को जब्त किया है। 700 से अधिक पेटियों में 17,940 बोतलें अंग्रेजी शराब शामिल थीं, जिनकी कीमत 1.25 करोड़ रुपये है। यह कार्रवाई गुजरात में शराबबंदी के बावजूद हो रही तस्करी की गंभीरता को उजागर करती है। हाल ही में एक क्लब में शराब पार्टी के मामले ने इस मुद्दे को और भी जटिल बना दिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और शराबबंदी पर उठते सवाल।
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अहमदाबाद में शराब तस्करी का बड़ा खुलासा, 700 पेटियां बरामद

अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस की कार्रवाई

अहमदाबाद समाचार: अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने प्याज के नाम पर शराब की एक बड़ी खेप को जब्त किया है। पुलिस ने पूर्व सूचना के आधार पर प्याज के बीच छिपाकर लाए जा रहे शराब के एक बड़े जखीरे को बगोदरा में पकड़ा। यह शराब सेलवास वापी से सौराष्ट्र के गोंडल ले जाई जा रही थी। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य फरार है। पुलिस ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी शराब बरामद की है। उल्लेखनीय है कि गुजरात में 1960 से शराबबंदी लागू है, फिर भी शराब की तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में अहमदाबाद में लाखों रुपये की शराब को नष्ट किया गया था।


शराब की खेप का विवरण

700 पेटियों में थी शराब


पुलिस ने ट्रक से 700 से अधिक पेटियां बरामद की हैं, जिनमें 17,940 बोतलें अंग्रेजी शराब की थीं। इनकी कुल कीमत लगभग 1.25 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है।


पिछली कार्रवाई का संदर्भ

एक दिन पहले ही हुई थी कार्रवाई


अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने धंधुका और धोलेरा क्षेत्र में लाखों रुपये की विदेशी शराब को नष्ट किया था। इस कार्रवाई में 14,029 बोतल विदेशी शराब और बियर को नष्ट किया गया, जिसकी कुल कीमत 44.11 लाख रुपये थी। यह कार्रवाई एएसपी की मौजूदगी में की गई थी।


शराबबंदी पर उठ रहे सवाल

उठ रहा है बड़ा सवाल


हाल ही में अहमदाबाद के साणंद में एक क्लब में शराब पार्टी का मामला सामने आया था, जहां पुलिस ने लगभग 100 लोगों को हिरासत में लिया था। इन घटनाओं ने गुजरात की शराबबंदी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर यह कैसी शराबबंदी है, जहां लाखों रुपये की शराब पर बुलडोजर चलता है, फिर भी उसी दिन और अधिक शराब शहर में पहुंच जाती है और लोग बड़ी पार्टियों में शामिल होते हैं?