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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: विश्वासकुमार रमेश की चमत्कारिक बचत की कहानी

अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद केवल एक यात्री, विश्वासकुमार रमेश, बच गए। इस लेख में जानें कि कैसे नरम मिट्टी और एक संकरे गैप ने उनकी जान बचाई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि विमान में विस्फोट होता, तो उनकी बचत असंभव होती। जानें इस चमत्कार की पूरी कहानी।
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अहमदाबाद विमान दुर्घटना: विश्वासकुमार रमेश की चमत्कारिक बचत की कहानी

दुर्घटना का विवरण

अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक गंभीर दुर्घटना का शिकार हो गई। इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की जान चली गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे यात्री का नाम विश्वासकुमार रमेश है। चमत्कारिक रूप से, वह अपने पैरों पर चलते हुए विमान से बाहर निकले और बाद में अस्पताल में भर्ती कराए गए। हाल ही में उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है, लेकिन यह सवाल उठता है कि इस भयानक दुर्घटना में उनकी जान कैसे बची?


कैसे बची विश्वासकुमार की जान?

यह विमान अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रहा था, लेकिन उड़ान के कुछ सेकंड बाद ही यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सभी लोग हैरान थे कि विश्वासकुमार की जान कैसे बची। कुछ लोग इसे चमत्कार मानते हैं, जबकि अन्य का मानना है कि उनकी सीट 11A ने उनकी जान बचाई। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, विश्वासकुमार की जान नरम मिट्टी के कारण बची।


बताया गया है कि वह एक संकरे गैप में गिरे और नरम मिट्टी पर गिरने के कारण उन्हें गंभीर चोटें नहीं आईं। जब विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तब वह दो इमारतों के बीच गिरे, जहां नरम मिट्टी थी। इसी कारण उनकी जान बच गई।


विशेषज्ञों की राय


प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि यदि विमान में विस्फोट होता, तो विश्वास का बचना असंभव होता। विशेषज्ञों का मानना है कि जिस स्थान पर वह गिरे थे, वही उनकी जान बचाने का मुख्य कारण था।