अहमदाबाद विमान हादसे में जीवित बचे विश्वास कुमार की अद्भुत कहानी

एक चमत्कार: विश्वास कुमार की जीवित रहने की कहानी
अहमदाबाद में हुए एक भयानक एयर इंडिया विमान दुर्घटना में 265 लोगों की जान चली गई, लेकिन सीट 11A पर बैठे विश्वास कुमार राकेश की कहानी एक चमत्कार से कम नहीं है। ब्रिटिश नागरिक विश्वास इस हादसे के एकमात्र जीवित बचे यात्री हैं, जिन्हें मलबे से सुरक्षित निकाला गया। उनका बयान इस घटना की भयावहता और उनकी किस्मत की मिसाल बन गया है.
हादसे का विवरण
गैटविक के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट AI171 ने गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन कुछ ही मिनटों में यह मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गई। इस 11 साल पुराने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल विश्वास ही जीवित बचे हैं। हादसे के बाद से वे अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में इलाज करवा रहे हैं.
सीट टूटने से बचा
विश्वास ने अहमदाबाद सिविल अस्पताल में डॉक्टरों को बताया, "प्लेन टूट गया और मेरी सीट अलग हो गई, इसी कारण मैं बच गया।" उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने विमान से कूदने का प्रयास नहीं किया, बल्कि विमान के टुकड़े होते ही उनकी सीट अपने आप बाहर निकल गई और वह सीट बेल्ट सहित जमीन पर गिर गए.
जमीन पर पहुंचते ही निकले बाहर
विश्वास ने कहा, "जब मैं गिरा, तो वह जगह काफी नीची थी। जब मुझे होश आया, तो मुझे डर लगा कि अब मैं जीवित नहीं बचूंगा। लेकिन पास में जमीन दिखी, तो मैंने सीट बेल्ट खोली और बाहर निकलने की कोशिश की।" उन्होंने बताया कि विमान का दरवाज़ा टूटा हुआ था, जिससे वह पैदल बाहर निकलने में सफल रहे, जबकि अन्य यात्री और क्रू वहीं फंसे रह गए.
चमत्कारी रूप से बचने की अनुभूति
डीडी न्यूज़ को दिए बयान में विश्वास ने कहा, "मेरे सामने लोग मरते गए। मैं सोच रहा था कि अब मेरी भी मौत तय है। मैं नहीं मान सकता कि मैं कैसे बच गया।" सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में विश्वास खून से लथपथ हालत में एंबुलेंस की ओर जाते हुए नजर आ रहे हैं, जबकि लोग उन्हें सवालों से घेर रहे हैं.
विमान का ध्वस्त होना
विमान ने दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 600-800 फीट की ऊंचाई पर जाकर सीधे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया। कुछ ही सेकंड में विमान आग का गोला बन गया। मलबे में लैंडिंग गियर, टेल सेक्शन और फ्यूसलाज के हिस्से कॉलेज की इमारत में घुसे मिले.
जांच की प्रक्रिया
टेकऑफ के तुरंत बाद पायलट ने 'Mayday' कॉल दी थी, जो सबसे गंभीर आपात संकेत होता है। अब इस भयावह हादसे की जांच शुरू हो चुकी है और ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी है। यही डिवाइस बताएगा कि आखिरी पलों में क्या हुआ.
विमान में सवार यात्री
AI171 फ्लाइट में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई यात्री के साथ-साथ 2 पायलट और 10 केबिन क्रू थे। बताया जा रहा है कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस फ्लाइट में सवार थे.