अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास कुमार रमेश की कहानी

अहमदाबाद विमान दुर्घटना में चमत्कारिक बचाव
अहमदाबाद- अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में विश्वास कुमार रमेश का बचना एक अद्भुत घटना है। वह इस दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं। अब तक 241 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, और विश्वास कुमार रमेश का इलाज अस्पताल में चल रहा है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने उस भयावह स्थिति का वर्णन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रमेश से मुलाकात की।
विश्वास कुमार रमेश ने कहा, "यह सब मेरी आंखों के सामने हुआ। मुझे खुद पर विश्वास नहीं हो रहा था कि मैं कैसे बच गया। कुछ समय के लिए मुझे लगा कि मैं मरने वाला हूं। जब मेरी आंख खुली, तब मुझे एहसास हुआ कि मैं जिंदा हूं। मैंने दुर्घटना के बाद विमान से बाहर निकलने का रास्ता खोजा।"
हादसे के पहले के क्षणों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि टेक ऑफ के एक मिनट बाद ही ऐसा लगा कि विमान रुक गया है। कुछ ही सेकंड में विमान के अंदर रोशनी जल गई। विमान तेजी से अस्पताल के हॉस्टल में घुस गया। मेरे पास विमान का हिस्सा दीवार से नहीं लगा था, लेकिन उसका दरवाजा टूट गया और उसी रास्ते से मैं बाहर निकल आया। मेरा बायां हाथ थोड़ा जल गया। बाद में मुझे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया।
पीएम मोदी ने की रमेश से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में रमेश से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। इस दौरान रमेश ने पीएम मोदी को हादसे की पूरी कहानी सुनाई। इससे पहले, पीएम मोदी ने विमान हादसे की जगह पर जाकर मंत्रियों और अधिकारियों से जानकारी ली।
एयर इंडिया का विमान गुरुवार को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरा था, जिसमें 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य शामिल थे। टेक ऑफ के कुछ मिनट बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट के निकट अस्पताल के हॉस्टल से टकराया और उसमें आग लग गई। अब तक 241 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं। अन्य मृतकों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं।