आंध्र प्रदेश में जनसंख्या वृद्धि के लिए नई पहल: मातृत्व लाभ और आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की नई योजना
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू: राज्य में जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक अनोखी योजना की शुरुआत की है, जो माता-पिता बनने वाले जोड़ों को कई आकर्षक लाभ प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में बताया कि घटती प्रजनन दर को ध्यान में रखते हुए ऐसी योजनाएं लागू की जाएंगी, जिनमें माता-पिता को लंबी छुट्टियां, वेतन में वृद्धि और आर्थिक सहायता मिलेगी। इस घोषणा ने देशभर में चर्चा का विषय बना दिया है।
बच्चों के जन्म पर विशेष सुविधाएं
इस योजना के तहत सरकारी महिला कर्मचारियों को हर बच्चे के जन्म पर एक साल की मातृत्व अवकाश दी जाएगी। पहले यह सुविधा केवल दो बच्चों तक सीमित थी, लेकिन अब इसे सभी बच्चों के लिए लागू किया गया है। इसके अलावा, बच्चे के जन्म के बाद मां की सैलरी में विशेष वृद्धि भी की जाएगी। पुरुष कर्मचारियों को भी एक महीने की पैटरनिटी लीव मिलेगी, ताकि वे नवजात और मां की देखभाल में मदद कर सकें। सरकार बच्चे की देखभाल के लिए अतिरिक्त सुविधाएं और आर्थिक सहायता भी प्रदान करेगी, जिसमें कुछ मामलों में 3 लाख रुपये तक की राशि शामिल हो सकती है।
लंबी छुट्टी और आर्थिक प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश में युवा जनसंख्या में कमी आ रही है, जिससे भविष्य में आर्थिक और सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। उनकी सरकार का उद्देश्य परिवारों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत तीसरे बच्चे के जन्म पर विशेष प्रोत्साहन भी दिए जा रहे हैं। उदाहरण के लिए, विशाखापत्तनम के सांसद कालिसेट्टी अप्पलानायडू ने घोषणा की कि यदि तीसरा बच्चा लड़की है, तो मां को 50,000 रुपये दिए जाएंगे, और यदि लड़का है, तो एक गाय भेंट की जाएगी।
180 दिनों की पेड मातृत्व अवकाश
नायडू ने कहा, 'हमारा उद्देश्य महिलाओं को उनके पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाने में मदद करना है।' यह योजना न केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए, बल्कि आउटसोर्सिंग और कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाली महिलाओं के लिए भी लागू होगी, जिन्हें 180 दिनों की पेड मातृत्व अवकाश दी जाएगी।