आंध्र प्रदेश में नशे की समस्या से निपटने के लिए सख्त कदम
आंध्र प्रदेश में नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, खासकर युवाओं के बीच। इसे नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग पर सख्त निर्देश दिए गए हैं। 'जीरो टॉलरेंस' नीति के तहत, नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। स्कूलों और कॉलेजों के आसपास विशेष निगरानी रखी जाएगी, और नशा मुक्ति केंद्रों को मजबूत किया जाएगा। आम जनता से सहयोग की अपील की गई है ताकि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दी जा सके।
Jul 24, 2025, 12:06 IST
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आंध्र प्रदेश में नशे की बढ़ती समस्या
आंध्र प्रदेश में नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जो खासकर युवाओं और छात्रों के लिए चिंता का विषय बन गई है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार ने इसे नियंत्रित करने के लिए कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया है। अधिकारियों को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और बिक्री पर सख्त रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।प्रशासन और पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे ड्रग्स के तस्करों और विक्रेताओं के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाएं। इसका अर्थ है कि नशे के कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बड़े पैमाने पर छापे मारे जाएं और अपराधियों को पकड़ा जाए, साथ ही उन सभी चैनलों को बंद किया जाए जिनसे ड्रग्स राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।
नशे की पहुंच को समाप्त करने के लिए, स्कूलों और कॉलेजों के आसपास विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षण संस्थानों में कोई भी नशीला पदार्थ बेचा या इस्तेमाल न किया जाए। शिक्षण संस्थानों को भी इस अभियान में शामिल होने और छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी दी गई है।
अधिकारियों ने नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना और मौजूदा केंद्रों को मजबूत करने पर भी जोर दिया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जो लोग नशे की चपेट में आ चुके हैं, उन्हें सही इलाज और पुनर्वास मिल सके, ताकि वे सामान्य जीवन में लौट सकें।
इस अभियान की सफलता के लिए आम जनता से सहयोग की अपील की गई है। लोगों से कहा गया है कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि, व्यक्ति या ड्रग्स की बिक्री के बारे में जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। जानकारी देने वाले की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी।