आकाश दीप का इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन: 2025 टेस्ट सीरीज में 13 विकेट

आकाश दीप की सफलता की कहानी
ENG vs IND: भारतीय तेज गेंदबाज आकाश दीप ने 2025 की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ अपने अद्भुत प्रदर्शन से सभी का ध्यान आकर्षित किया। इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने तीन टेस्ट मैचों में कुल 13 विकेट हासिल किए, जिससे उनकी प्रतिभा का लोहा मनवाया गया।
धोनी और कोहली का मार्गदर्शन
आकाश ने अपनी सफलता का श्रेय पूर्व कप्तान एमएस धोनी और विराट कोहली की सलाह को दिया। इन दोनों दिग्गजों ने उन्हें मेहनत करने और आत्मविश्वास बनाए रखने की प्रेरणा दी, जिसने उनके खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
एजबेस्टन टेस्ट में ऐतिहासिक प्रदर्शन
एजबेस्टन टेस्ट में रचा इतिहास
आकाश दीप ने एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने इस मैच में 10 विकेट लिए और चेतन शर्मा के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। आकाश ने एक इंटरव्यू में कहा, “विराट भाई हमेशा कहते हैं कि अगर आपको किसी चीज में संदेह हो, तो इतना अभ्यास करो कि सवाल ही न रहें। धोनी भाई भी कहते हैं कि अभ्यास से आत्मविश्वास आता है। क्रिकेट आत्मविश्वास का खेल है और यह तभी आएगा जब आप मेहनत करेंगे।”
द ओवल टेस्ट में रणनीति और धैर्य
द ओवल टेस्ट में रणनीति और धैर्य
सीरीज के अंतिम टेस्ट में भारत ने द ओवल में इंग्लैंड को छह रनों से हराकर सीरीज को 2-2 से बराबर किया। आकाश ने इस मैच में टीम की रणनीति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि टीम ने दूसरी नई गेंद नहीं लेने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि पुरानी गेंद से काफी स्विंग मिल रही थी। पिच सपाट हो चुकी थी, जिससे रन बनाना कठिन था।
आकाश ने कहा, “आखिरी मैच बहुत महत्वपूर्ण था। हम 2-1 से पीछे थे, इसलिए हमें पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना था। एक समय ऐसा लगा कि पिच से कोई मदद नहीं मिल रही थी, और शायद हम हार जाएं। लेकिन फिर गेंद मूव करने लगी, और दर्शकों के समर्थन ने हमें हौसला दिया। हमने सोचा कि हम जीत सकते हैं।”
ड्रेसिंग रूम में दिग्गजों का मार्गदर्शन
ड्रेसिंग रूम में दिग्गजों का मार्गदर्शन
आकाश ने ड्रेसिंग रूम में अनुभवी खिलाड़ियों के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि जब गेंद स्विंग कर रही थी, तब स्कोरिंग आसान नहीं थी क्योंकि गेंद बल्ले से तेजी से नहीं निकल रही थी। भारतीय टीम ने पुरानी गेंद से विकेट लेने की रणनीति बनाई और अगर यह काम नहीं करता, तो नई गेंद लेने का विकल्प खुला था।