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आप ने भाजपा पर रैली में भीड़ जुटाने में नाकामी का आरोप लगाया

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा कि रैली में भीड़ जुटाने में असफल रहने के बाद एमसीडी कर्मचारियों को जबरन भेजा गया। सौरभ भारद्वाज और अन्य नेताओं ने इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने रैली में भीड़ की कमी और मीडिया को कवरेज से रोकने का भी आरोप लगाया। इस विवाद में एमसीडी कर्मचारियों को धमकाने के आरोप भी शामिल हैं।
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आप ने भाजपा पर रैली में भीड़ जुटाने में नाकामी का आरोप लगाया

सौरभ भारद्वाज की प्रेस कॉन्फ्रेंस

सौरभ भारद्वाज की प्रेस कॉन्फ्रेंस: आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कड़ा हमला किया है। आप ने आरोप लगाया कि भाजपा ने रैली में भीड़ जुटाने में असफल रहने के बाद दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों को मजबूरन रैली में भेजा। आप नेताओं ने इस मामले को गंभीर मानते हुए जांच की मांग की है।


रैली में भीड़ की कमी

दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर किराड़ी विधायक संजीव झा और तिलक नगर विधायक जरनैल सिंह के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली पूरी तरह से असफल रही। दिल्ली की जनता भाजपा सरकार से नाखुश है, इसलिए लोग रैली में नहीं आए।" उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने रैली में भीड़ की कोई तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा नहीं की। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से पूछा गया कि रैली में कितने लोग थे। भारद्वाज ने यह भी दावा किया कि मीडिया को रैली में बुलाने से परहेज किया गया और केवल डीडी न्यूज को कवरेज की अनुमति दी गई।


एमसीडी कर्मचारियों को भेजने का आरोप

एमसीडी कर्मचारियों को जबरन भेजने का आरोप

आप विधायक दल के चीफ व्हिप संजीव झा ने एमसीडी कर्मचारियों को रैली में भेजने के मामले को गंभीर बताया। उन्होंने कहा, "एमसीडी के शिक्षकों और कर्मचारियों को धमकाकर बसों में भरकर रैली में ले जाया गया। जो कर्मचारी नहीं जाना चाहते थे, उन्हें फोन पर धमकी दी गई कि अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई होगी।" झा ने बताया कि इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें एमसीडी पार्षद और जोन चेयरमैन कर्मचारियों को बसों में चढ़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। झा ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मेयर और एमसीडी कमिश्नर को पत्र लिखकर इस मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, "मेयर राजा इकबाल सिंह का कहना है कि ऐसा कोई आदेश नहीं था। अगर यह सच है, तो फिर यह आदेश किसने जारी किया? यह गंभीर मामला है और इसकी जांच होनी चाहिए।"


भाजपा से जनता का मोहभंग

जनता का भाजपा से मोहभंग: जरनैल सिंह

तिलक नगर विधायक जरनैल सिंह ने कहा, "भाजपा की रैली में दो राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, उपराज्यपाल और सांसद मौजूद थे, फिर भी लोग नहीं आए। इसका कारण भाजपा सरकार का नकारापन है।" उन्होंने कहा कि दिल्ली में कूड़े के ढेर लगे हैं, लेकिन सफाई कर्मचारियों को रैलियों में भेजा जा रहा है। सिंह ने पूछा, "सफाई कर्मचारी सफाई करें या रैलियों में जाएं?" उन्होंने यह भी कहा कि आप कार्यकर्ताओं ने 73 स्थानों से कर्मचारियों को बसों में भेजे जाने का लाइव प्रसारण किया, जिसे भाजपा नकार नहीं सकती।


जांच और कार्रवाई की मांग

जांच और कार्रवाई की मांग

संजीव झा ने कहा कि अगर मेयर का दावा सही है कि कोई आदेश नहीं था, तो यह और भी गंभीर विषय है। उन्होंने पूछा, "छुट्टी के दिन सरकारी आदेश कैसे जारी हुआ? कई कर्मचारी कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखे थे, फिर भी उन्हें बुलाया गया।" आप नेताओं ने इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है।