आयकर विभाग ने ITR-1 और ITR-4 फॉर्म के लिए एक्सेल यूटिलिटी जारी की

ITR File : महत्वपूर्ण जानकारी करदाताओं के लिए
ITR File : यदि आप करदाता हैं, तो यह जानकारी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। हाल ही में, आयकर विभाग ने आकलन वर्ष 2025-26 के लिए ITR-1 (सहज) और ITR-4 (सुगम) फॉर्म के लिए एक्सेल यूटिलिटी जारी की है। अब, वेतनभोगी, पेंशनभोगी, फ्रीलांसर और छोटे व्यवसायी वर्ष 2024-25 के लिए अपना आयकर रिटर्न ऑफलाइन तैयार कर सकते हैं और उसे ई-फाइलिंग पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।
इस बार कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं और अंतिम तिथि भी बढ़ा दी गई है। यह यूटिलिटी आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिससे करदाता बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी अपना रिटर्न तैयार कर सकते हैं।
कौन दाखिल कर सकता है ITR-1 और ITR-4
यह जानना आवश्यक है कि आप किस ITR फॉर्म के लिए पात्र हैं ताकि आपका रिटर्न सही तरीके से दाखिल हो सके।
ITR-1 (सहज):
- यह फॉर्म उन व्यक्तियों के लिए है जो निवासी हैं और जिनकी कुल आय ₹50 लाख तक है। उनकी आय के स्रोत आमतौर पर ये हैं:
- वेतन
- पेंशन
- एक घर की संपत्ति से आय
- ब्याज जैसे अन्य स्रोतों से आय।
ITR-4 (सुगम):
यह फॉर्म उन व्यक्तियों, HUF (हिंदू अविभाजित परिवार) और फर्मों (LLP को छोड़कर) के लिए है जिनकी अनुमानित आय ₹50 लाख (धारा 44AD, 44ADA, 44AE के तहत) तक है। इसे खास तौर पर छोटे व्यवसायों और पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
आयकर विभाग ने किये महत्वपूर्ण बदलाव
इस बार आयकर विभाग ने एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है जिससे कई करदाताओं को सुविधा होगी:
दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (LTCG) की रिपोर्टिंग
अब करदाता जिनके पास सूचीबद्ध इक्विटी शेयरों से ₹1.25 लाख तक का दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ है, वे इसे ITR-1 और ITR-4 में भी दिखा सकते हैं। पहले यह सुविधा केवल ITR-2 में ही उपलब्ध थी, जिससे कई छोटे निवेशकों को परेशानी होती थी। इस बदलाव से उन्हें सही फॉर्म चुनने में आसानी होगी।
एक्सेल यूटिलिटी क्या है
एक्सेल यूटिलिटी एक ऑफ़लाइन टूल है जो आपको अपनी आय, कटौती और अन्य वित्तीय विवरण सीधे एक्सेल फ़ाइल में दर्ज करने की अनुमति देता है।
यह कैसे काम करता है
आप इसमें अपना सारा डेटा दर्ज करते हैं, और जब आप अपना काम पूरा कर लेते हैं, तो यह JSON (जावास्क्रिप्ट ऑब्जेक्ट नोटेशन) फ़ाइल बनाता है। इस JSON फ़ाइल को बाद में आयकर विभाग के ई-फाइलिंग पोर्टल पर अपलोड किया जाता है। यह उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है जिनके पास लगातार इंटरनेट एक्सेस नहीं है या जो अपनी सुविधानुसार डेटा भरना चाहते हैं।
एक्सेल यूटिलिटी का उपयोग कैसे करें
- आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ और ITR-1 या ITR-4 के लिए संबंधित एक्सेल यूटिलिटी डाउनलोड करें।
- डाउनलोड की गई एक्सेल फ़ाइल खोलें और सुनिश्चित करें कि आपने एक्सेल में मैक्रोज़ सक्षम किए हैं। यह उपयोगिता के सही ढंग से काम करने के लिए आवश्यक है।
- अपनी आय, कटौती और अन्य सभी प्रासंगिक वित्तीय विवरण सावधानी से दर्ज करें।
- मान्य करें बटन का उपयोग करके अपनी दर्ज की गई जानकारी की जाँच करें। यह किसी भी गलती या गुम डेटा को हाइलाइट करेगा।
- एक बार सभी जानकारी सही होने के बाद, JSON फ़ाइल जनरेट करें।
- आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल पर लॉग इन करें और जनरेट की गई JSON फ़ाइल अपलोड करें।
- बस, आपका रिटर्न दाखिल हो गया।
ITR दाखिल करने की अंतिम तिथि
- इस बार आयकर विभाग ने ITR-1 और ITR-4 दाखिल करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है।
- इस बार करदाता 15 सितंबर 2025 तक अपना रिटर्न दाखिल कर सकेंगे।
- पहले यह अंतिम तिथि आमतौर पर 31 जुलाई होती थी। यह विस्तार करदाताओं के लिए बड़ी राहत है।
इस बार देरी क्यों हुई
आयकर फॉर्म 29 अप्रैल 2025 को अधिसूचित किए गए थे, लेकिन एक्सेल उपयोगिता जारी करने में लगभग एक महीने की देरी हुई। विभाग के अनुसार, इस देरी का कारण "फॉर्म में संरचनात्मक परिवर्तन और सामग्री संशोधन" था। इसमें अतिरिक्त तकनीकी विकास और सिस्टम एकीकरण समय लगा। यह देरी यह सुनिश्चित करने के लिए थी कि नए फॉर्म पूरी तरह से त्रुटि-मुक्त और कार्यात्मक हों।
आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें
रिटर्न दाखिल करने से पहले, अपने पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज और जानकारी तैयार रखें, ताकि अंतिम समय में कोई परेशानी न हो:
- फॉर्म 16
- टीडीएस प्रमाणपत्र
- फॉर्म 26AS
- एआईएस (वार्षिक सूचना विवरण)