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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान: शिक्षा और स्वास्थ्य अब आम लोगों की पहुंच से बाहर

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में शिक्षा और स्वास्थ्य के व्यवसायीकरण पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि ये सेवाएं अब आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गई हैं। भागवत का यह बयान इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता को दर्शाता है, क्योंकि महंगी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं आम आदमी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई हैं। जानें उनके विचार और इस विषय पर उनका दृष्टिकोण।
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आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान: शिक्षा और स्वास्थ्य अब आम लोगों की पहुंच से बाहर

शिक्षा और स्वास्थ्य का व्यवसायीकरण

नई दिल्ली। देश में शिक्षा और स्वास्थ्य हर व्यक्ति के लिए आवश्यक हैं, लेकिन अब ये आम जनता की पहुंच से बाहर हो गए हैं। महंगी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के कारण लोग इससे वंचित रह रहे हैं। इस पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहले शिक्षा और स्वास्थ्य को सेवा के रूप में देखा जाता था, लेकिन अब इनका व्यवसायीकरण हो गया है। यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आम आदमी महंगी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के कारण काफी परेशान है।

सोशल मीडिया पर आरएसएस प्रमुख का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मोहन भागवत महंगी शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य समाज के लिए अत्यंत आवश्यक बन गए हैं। ज्ञान प्राप्त करने के लिए शिक्षा जरूरी है और इसके लिए स्वस्थ रहना भी आवश्यक है।

आजकल, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लोग अपने घर तक बेचने को मजबूर हो जाते हैं। लेकिन दुख की बात यह है कि शिक्षा और स्वास्थ्य अब सामान्य व्यक्ति की पहुंच से बाहर हैं। ये अब सहज और सस्ती नहीं रह गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और पहले इन्हें सेवा माना जाता था, लेकिन अब ये आम लोगों की पहुंच से बाहर हैं। दोनों का व्यवसायीकरण हो गया है, जिससे ये न तो सस्ती हैं और न ही सुलभ।