इंग्लैंड ने भारत को पहले टेस्ट में हराया, फैंस की रोहित और कोहली की वापसी की मांग

भारत की हार पर फैंस का गुस्सा
रोहित शर्मा और विराट कोहली: हेडिंग्ले, लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हराकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त बना ली है। शुभमन गिल की कप्तानी में नई शुरुआत करने वाली भारतीय टीम के लिए यह हार निराशाजनक रही। गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग में कमियों के कारण प्रशंसक गुस्से में हैं। सोशल मीडिया पर फैंस ने BCCI से रोहित शर्मा और विराट कोहली को रिटायरमेंट से वापस बुलाने की मांग की है।
भारत का लक्ष्य और गेंदबाजी की कमी
पहले टेस्ट में भारत ने चौथी पारी में 371 रनों का लक्ष्य रखा, लेकिन गेंदबाज इसे बचाने में असफल रहे। जसप्रीत बुमराह को छोड़कर अन्य तेज गेंदबाज इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने बेअसर साबित हुए। मध्यक्रम की बल्लेबाजी दोनों पारियों में कमजोर रही, जिससे भारत बड़े स्कोर तक नहीं पहुंच सका। फील्डिंग में भी कई कैच छोड़े गए, जो हार का एक बड़ा कारण बने।
बेन डकेट का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड की जीत में बेन डकेट की भूमिका
इंग्लैंड की जीत में सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 149 रनों की शानदार पारी खेली और जैक क्रॉली के साथ 188 रनों की ओपनिंग साझेदारी की। इस साझेदारी ने इंग्लैंड को मजबूत शुरुआत दी। शार्दुल ठाकुर ने डकेट और हैरी ब्रूक को लगातार गेंदों पर आउट कर भारत को वापसी का मौका दिया, लेकिन जो रूट (53*) और डेब्यूटेंट जेमी स्मिथ (44*) ने 71 रनों की नाबाद साझेदारी कर जीत सुनिश्चित की।
फील्डिंग की कमजोरी
भारत की फील्डिंग में कमी
भारत की फील्डिंग इस मैच में सबसे बड़ी कमजोरी रही। कई अहम कैच छोड़े गए, जिनमें बेन डकेट के कैच भी शामिल थे। इन गलतियों ने इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने का मौका दिया। प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर फील्डिंग की आलोचना करते हुए कहा कि अनुभवी खिलाड़ियों की कमी खली।
फैंस की मांग
रोहित और कोहली की वापसी की मांग
हार के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने BCCI से रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट में वापस लाने की मांग शुरू कर दी। एक फैन ने लिखा, “रोहित की कप्तानी और कोहली की बल्लेबाजी के बिना टीम अधूरी है। BCCI को उन्हें रिटायरमेंट से वापस बुलाना चाहिए।” एक अन्य यूजर ने कहा, “गिल की कप्तानी नई है, लेकिन रोहित का अनुभव हमें ऐसी हार से बचा सकता था।”