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इंडिगो एयरलाइंस ने अमिताभ कांत को निदेशक मंडल में किया शामिल

इंडिगो एयरलाइंस ने नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को अपने निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति विनियामक अनुमोदन के अधीन है। कांत ने इंडिगो के बोर्ड में शामिल होने पर अपनी खुशी व्यक्त की और एयरलाइंस के भविष्य में योगदान देने की इच्छा जताई। विक्रम सिंह मेहता ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया, यह कहते हुए कि उनका अनुभव एयरलाइंस के अंतरराष्ट्रीय विस्तार में सहायक होगा। कांत का प्रशासनिक अनुभव और विभिन्न राष्ट्रीय पहलों में योगदान उन्हें इस नई भूमिका के लिए उपयुक्त बनाता है।
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इंडिगो एयरलाइंस ने अमिताभ कांत को निदेशक मंडल में किया शामिल

अमिताभ कांत की नई भूमिका

इंडिगो एयरलाइंस ने नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड के निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त करने की जानकारी दी है। एयरलाइंस ने बताया कि उनकी नियुक्ति विनियामक और शेयरधारक अनुमोदन के अधीन होगी। अमिताभ कांत ने अपनी नियुक्ति पर कहा, "मैं इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) के बोर्ड में शामिल होकर बहुत खुश हूं। पिछले दो दशकों में, इंडिगो ने भारत में हवाई यात्रा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है, जो परिचालन उत्कृष्टता और ग्राहक अनुभव के लिए एक वैश्विक मानक बन गया है। अपने पैमाने और दक्षता के साथ, इंडिगो भारत के लिए नए बाजारों के द्वार खोलेगा और हमारे हवाई अड्डों को वैश्विक कनेक्टिविटी और वाणिज्य के केंद्रों में बदल देगा। 


विक्रम सिंह मेहता का स्वागत

इंडिगो के बोर्ड के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने अमिताभ कांत की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि उनके पास गहन प्रशासनिक और रणनीतिक अनुभव है, जो इंडिगो के लिए अत्यंत मूल्यवान होगा, खासकर जब हम अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार की योजना बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अमिताभ कांत, जो एक कैरियर नौकरशाह हैं, ने हाल ही में भारत के जी 20 शेरपा के पद से इस्तीफा दिया था। 


अमिताभ कांत का अनुभव

अमिताभ कांत ने छह वर्षों तक नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया (नीति आयोग) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य किया। उन्होंने आकांक्षी जिला कार्यक्रम (एडीपी) का नेतृत्व किया, जिसके तहत कई पिछड़े जिलों को यूएनडीपी द्वारा मान्यता प्राप्त शीर्ष प्रदर्शन करने वाले जिलों में स्थान मिला। केंद्र सरकार में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बोर्ड के निदेशक और भारत के राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के सदस्य जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इसके अलावा, उन्होंने मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, अतुल्य भारत और गॉड्स ओन कंट्री जैसी प्रमुख राष्ट्रीय पहलों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।