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इंडिगो एयरलाइंस में अव्यवस्था: केंद्र ने किराए पर लगाई रोक

इंडिगो एयरलाइंस में हाल के दिनों में भारी अव्यवस्था देखने को मिली है, जिसके चलते एक हजार से अधिक उड़ानें रद्द हो गईं। इस स्थिति के कारण हवाई किरायों में अचानक वृद्धि हुई, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। केंद्र सरकार ने सभी एयरलाइनों को नए किराया नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है। जानें इस संकट के बारे में और क्या कदम उठाए गए हैं।
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इंडिगो एयरलाइंस में अव्यवस्था: केंद्र ने किराए पर लगाई रोक

नई दिल्ली में इंडिगो की स्थिति


नई दिल्ली: हाल के दिनों में इंडिगो एयरलाइंस के संचालन में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन नियमों के कारण क्रू रोस्टर में बदलाव के चलते एक हजार से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।


यात्रियों पर प्रभाव

इस संकट का सबसे बड़ा प्रभाव यात्रियों पर पड़ा है। उड़ानें रद्द होने के साथ-साथ हवाई किरायों में अचानक वृद्धि देखी गई, जिसके चलते केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा।


केंद्र का निर्देश

निर्देश जारी


इंडिगो संकट के कारण उत्पन्न समस्याओं के बीच, केंद्र ने सभी एयरलाइनों को नई निर्धारित किराया सीमा का पालन करने का आदेश दिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि यदि किराए में किसी भी तरह की वृद्धि होती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।


मनमानी कीमतों पर नियंत्रण

मनमानी कीमत पर नकेल


निर्देश में कहा गया है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कुछ एयरलाइनों द्वारा असामान्य रूप से उच्च हवाई किराए वसूले जाने की चिंताओं को गंभीरता से लिया है। सभी एयरलाइनों को एक आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है, जिसमें निर्धारित किराया सीमा का पालन करने को कहा गया है।


उड़ानों की रद्दीकरण

एक हजार से ज्यादा उड़ानें रद्द


मंत्रालय ने कहा है कि जब तक स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो जाती, तब तक ये मूल्य सीमाएं लागू रहेंगी। हाल के दिनों में, भारत की सबसे बड़ी बजट एयरलाइन इंडिगो की एक हजार से अधिक उड़ानें रद्द की गईं।


किराए में वृद्धि

चार गुना तक महंगे हुए टिकट


यात्रियों की परेशानियों में और इजाफा हुआ जब फ्लाइट टिकटों की कीमतों में भारी उछाल आया। कुछ रूटों पर किराए में चार गुना तक की बढ़ोतरी देखी गई। शुक्रवार को इंडिगो की उड़ानें रद्द होने का सबसे बुरा दिन रहा, जब लगभग 1,000 उड़ानें रद्द कर दी गईं।


दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु जैसे महानगरों के लिए घरेलू हवाई किराए तीन गुना और चार गुना बढ़ गए। उदाहरण के लिए, दिल्ली-मुंबई की नॉन-स्टॉप उड़ान के टिकट की कीमत 65,460 रुपये तक पहुंच गई। वन-स्टॉप विकल्पों की कीमत 38,376 रुपये से 48,972 रुपये के बीच थी।