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इंडिगो एयरलाइन की टेल स्ट्राइक: सुरक्षा मानकों पर सवाल

इंडिगो एयरलाइन एक बार फिर टेल स्ट्राइक की घटना के कारण चर्चा में है। मुंबई हवाई अड्डे पर खराब मौसम के चलते एक एयरबस A321 का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया, लेकिन किसी को चोट नहीं आई। इस घटना के बाद एयरलाइन ने सुरक्षा मानकों का पालन करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, पिछले वर्षों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ने सवाल उठाए हैं कि क्या इंडिगो ने अपनी गलतियों से कुछ सीखा है। जानें इस घटना के बारे में और एयरलाइन की प्रतिक्रिया।
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इंडिगो एयरलाइन की टेल स्ट्राइक: सुरक्षा मानकों पर सवाल

इंडिगो एयरलाइन की टेल स्ट्राइक की घटना

देश की प्रमुख निजी एयरलाइन इंडिगो एक बार फिर टेल स्ट्राइक की घटना के कारण चर्चा में है। शुक्रवार को मुंबई हवाई अड्डे पर खराब मौसम के चलते एक एयरबस A321 का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया। सौभाग्य से, इस घटना में किसी यात्री या क्रू सदस्य को कोई चोट नहीं आई, लेकिन विमान को जांच और मरम्मत के लिए सेवा से हटा दिया गया है। यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो को ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ा है।


पिछली घटनाओं का संदर्भ

इंडिगो के एक प्रवक्ता ने बताया कि 16 अगस्त 2025 को भी मुंबई एयरपोर्ट पर खराब मौसम के कारण विमान को लो-एल्टीट्यूड गो-अराउंड करना पड़ा था, जिसके दौरान विमान का टेल रनवे से टकरा गया। यह एक गंभीर स्थिति थी, लेकिन पायलटों ने इसे संभालते हुए विमान को सुरक्षित रूप से रोक लिया। कंपनी ने कहा है कि मानक प्रोटोकॉल के अनुसार, विमान की तकनीकी जांच, मरम्मत और नियामक मंजूरी के बाद ही इसे उड़ान के लिए तैयार किया जाएगा।


सुरक्षा पर जोर

इस घटना के बाद, इंडिगो ने एक बयान जारी कर कहा कि यात्रियों, क्रू और विमान की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। प्रवक्ता ने आश्वासन दिया कि कंपनी इस घटना का प्रभाव अन्य ऑपरेशंस पर न्यूनतम रखने की कोशिश कर रही है और सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है। जांच पूरी होने के बाद ही विमान को सेवा में वापस लाया जाएगा।


पुनरावृत्ति की चिंता

यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो को ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। मार्च 2025 में चेन्नई एयरपोर्ट पर भी एक एयरबस A321 की टेल लैंडिंग के दौरान रनवे से टकरा गई थी। इससे पहले सितंबर 2024 में दिल्ली से बेंगलुरु जा रहे एक विमान में भी टेल स्ट्राइक हुई थी। उस समय, डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने संबंधित फ्लाइट क्रू को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया था।


डीजीसीए की कार्रवाई

पिछले कुछ वर्षों में, इंडिगो को लगातार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। 2023 में, केवल छह महीनों में चार टेल स्ट्राइक मामलों के बाद, डीजीसीए ने एयरलाइन पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। नियामक जांच में पाया गया कि एयरलाइन के ट्रेनिंग और इंजीनियरिंग सिस्टम में कमियां थीं। विशेष ऑडिट के दौरान भी कई खामियां दस्तावेजों और प्रक्रियाओं में सामने आई थीं। इस बार की घटना के बाद फिर से यह सवाल उठता है कि क्या इंडिगो ने अपनी पिछली गलतियों से कुछ सीखा है या नहीं।