Newzfatafatlogo

इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

जींद में इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनकी कुर्बानी को याद करते हुए उन्हें नमन किया। सभा में इंदिरा गांधी के जीवन और उनके योगदान पर चर्चा की गई। रिषिपाल हैबतपुर ने उनके बलिदान को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन देशभक्ति और निष्ठा का प्रतीक है। इस अवसर पर कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिन्होंने इंदिरा गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
 | 
इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

श्रद्धांजलि सभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया नमन


  • भूतपूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित


जींद। शुक्रवार को कांग्रेस भवन में स्व. इंदिरा गांधी की 41वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिषिपाल हैबतपुर ने की, जिन्होंने कार्यकर्ताओं को इंदिरा गांधी के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। रिषिपाल हैबतपुर ने कहा कि इंदिरा गांधी का जीवन संघर्ष, साहस और देशभक्ति का प्रतीक था, और उनकी कुर्बानी को देशवासी कभी नहीं भूलेंगे।


देशहित के लिए इंदिरा गांधी का योगदान

हर परिस्थिति में देशहित को रखा सर्वोपरि


इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने हर परिस्थिति में देशहित को प्राथमिकता दी, चाहे वह 1971 का युद्ध हो या हरित क्रांति का नेतृत्व। उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का कार्य किया। रिषिपाल हैबतपुर ने कहा कि इंदिरा गांधी ने 'गरीबी हटाओ' का नारा देकर गरीब और वंचित वर्ग को आवाज दी। उन्होंने भारतीय राजनीति में महिला सशक्तिकरण की नींव रखी और विश्व स्तर पर भारत की पहचान को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।


इंदिरा गांधी का बलिदान और उनकी विरासत

रिषिपाल हैबतपुर ने इंदिरा गांधी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर 1984 को उन्होंने देश की एकता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह दिन हमें हमेशा देशभक्ति और निष्ठा का संदेश देता रहेगा। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और दो मिनट का मौन रखकर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। कई वक्ताओं ने उनके विकास कार्यों, नीति निर्धारण और दृढ़ नेतृत्व की चर्चा की। सभी ने इंदिरा गांधी के विचारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।


इंदिरा गांधी का युग

इंदिरा गांधी केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक युग


अंत में जिला अध्यक्ष ने कहा कि इंदिरा गांधी केवल एक नाम नहीं, बल्कि एक युग थीं। उनका जीवन हमें हमेशा देश सेवा, निडर नेतृत्व और जनकल्याण के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता रहेगा। इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष बनारसी दास वर्मा, बलराम कटवाल, महावीर गुप्ता, पवन दूहन, दिनेश डाहौला, अनिल जागलान, कमल चौहान, डॉ. सुरेश देव कौशिक, धर्मेंद्र, मनजीत दहिया, अनिल सैनी, सोनू खर्ब, सुरेंद्र तलोडा, सुरेश फौजी, जय सिंह सैनी, राममेहर मलिक नंबरदार, जयसिंह सरपंच, सुभाषचंद्र, इशाक भट्टी, रामकुमार वाल्मीकि, जेपी रूहील, बलबीर पालवां, सुखीराम धरोदी, रामचंद्र जांगड़ा, जसवंत गिल, नारायणदत्त जांगड़ा समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।