इंदौर में पत्नी और प्रेमी की हत्या की चौंकाने वाली कहानी
इंदौर में एक चौंकाने वाली हत्या की घटना सामने आई है, जिसमें पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया है। यह मामला एक अन्य हत्या से जुड़ा है, जिसमें पत्नी ने अपने पति की हत्या के लिए प्रेमी की मदद ली थी। इस घटना की जड़ें 19 साल पहले केरल के मुन्नार में हुई एक हत्या से जुड़ी हैं। जानें इस दिलचस्प और भयावह कहानी के बारे में।
Jun 12, 2025, 14:23 IST
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इंदौर में हत्या का मामला
इंदौर में राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में उनकी पत्नी सोनम और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले, मेरठ की मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ मिलकर अपने पति सौरभ की हत्या की थी। उसने शव को टुकड़ों में काटकर नीले रंग के ड्रम में छिपा दिया था। अब एक और ऐसी ही चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यह घटना 19 साल पहले केरल के खूबसूरत पर्यटन स्थल मुन्नार में हुई थी।पम्मल क्षेत्र के अनंतरामन अपनी पत्नी विद्यालक्ष्मी के साथ शादी के नौ दिन बाद हनीमून पर गए थे। दोनों ने चेन्नई से ट्रेन लेकर त्रिशूर की यात्रा की और फिर गुरुवायुर मंदिर के दर्शन किए। इसके बाद वे टैक्सी से मुन्नार पहुंचे और एक शानदार रिसॉर्ट में ठहरे। अगले दिन, वे कुंडला डैम गए, जहां विद्यालक्ष्मी अपने पति को एक सुनसान स्थान पर ले गई। अचानक, वह सड़क पर चिल्लाते हुए आई और टैक्सी ड्राइवर को बताया कि दो लोगों ने उसके पति की हत्या कर दी है और गहने और नकदी लेकर भाग गए हैं।
ड्राइवर ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। आनंद और अंबुराज नामक दो युवक कुंडला में आए और ऑटो में बैठकर होटल अराफा के लिए रवाना हो गए। वे काफी घबराए हुए थे और ऑटो चालक से जल्दी मुन्नार छोड़ने की गुहार लगाई। लेकिन होटल पहुंचते ही ऑटो चालक ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने दोनों युवकों को पूछताछ के लिए थाने ले जाया, जहां विद्यालक्ष्मी पहले से ही अपने पति की हत्या की शिकायत दर्ज कराने आई थी। उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसके पति की हत्या करने वाले लोग उसके सामने होंगे।
थोड़ी देर में हनीमून और हत्या की पूरी साजिश का खुलासा हो गया। विद्यालक्ष्मी ने अपने प्रेमी आनंद के माध्यम से अपने पति की हत्या करवाई थी। जांच में यह भी पता चला कि आनंद और विद्यालक्ष्मी एक-दूसरे से प्यार करते थे और चेन्नई में बचपन से एक-दूसरे को जानते थे। हालांकि, आनंद गरीब था और उसकी जाति विद्यालक्ष्मी से अलग थी, इसलिए उसने अनंतरामन से शादी करने का निर्णय लिया ताकि बाद में उसे रास्ते से हटाया जा सके।
विद्यालक्ष्मी ने अपने पति के मोबाइल के जरिए आनंद से संपर्क किया। आनंद और अंबुराज एक ही ट्रेन में मुन्नार पहुंचे थे, जहां विवाहित जोड़ा भी मौजूद था। दोनों ने गुरुवायुर मंदिर तक उनके पीछे-पीछे गए। रिसॉर्ट में कमरा न मिलने पर वे पास के अराफा होटल में ठहरे। फिर कुंडला बांध के पास मौका मिलते ही दोनों ने अनंतरामन की गला घोंटकर हत्या कर दी। 2006 में इस खौफनाक मामले में कोर्ट ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।