इंदौर में शादी के नाम पर धोखाधड़ी: मुस्लिम महिला ने की शादी, फिर सामान लेकर फरार

धोखाधड़ी का मामला इंदौर में
मध्य प्रदेश के इंदौर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने एक परिवार की खुशियों को पल भर में गम में बदल दिया। एक युवक की शादी जिस लड़की से हुई, वह न केवल मुस्लिम निकली, बल्कि पहले से शादीशुदा और एक 5 साल के बच्चे की मां भी थी। आरोपी महिला ने खुद को ब्राह्मण और अविवाहित बताकर शादी की, और कुछ दिनों बाद ढाई से तीन लाख रुपये का सामान लेकर फरार हो गई। इस मामले की शिकायत अब पुलिस और कमिश्नर कार्यालय तक पहुंच चुकी है.
शादी की तैयारी और धोखाधड़ी
यह मामला इंदौर के गांधी नगर थाना क्षेत्र के हिंगोनिया खुर्द गांव का है। यहां एक युवक की शादी की तैयारियां चल रही थीं। युवक के भाई ने मुकेश मराठा नाम के व्यक्ति से संपर्क किया, जिसने 20 हजार रुपये लेकर आष्टा की एक लड़की से मिलवाया। 26 फरवरी 2024 को शादी तय हुई, लेकिन अचानक दुल्हन के एक्सीडेंट की बात कहकर शादी रद्द कर दी गई.
झूठ बोलकर शादी का आयोजन
इसके बाद मुकेश ने दो युवतियों, कोमल पठान और नेहा से मुलाकात करवाई। कोमल ने ढाई लाख रुपये लिए और एक युवती को 'निकिता' नाम से ब्राह्मण समाज की और अविवाहित बताकर युवक के परिवार से मिलवाया। उसी निकिता से 26 फरवरी को शादी करवा दी गई.
दुल्हन का असली नाम और पहचान
शादी के कुछ दिन बाद जब दुल्हन बातचीत में 'या अल्लाह' और 'अल्लाह कसम' जैसे शब्दों का प्रयोग करने लगी, तो परिवार को शक हुआ। पूछताछ करने पर युवती ने अपना असली नाम 'नाजिया' बताया। मामला यहीं नहीं रुका। कुछ दिन बाद कोमल पठान फिर आई और नाजिया को बहला-फुसलाकर ले गई। तीन दिन बाद नाजिया लौटी और बताया कि कोमल उसे दूसरी शादी के लिए ले गई थी, लेकिन उसने मना कर दिया.
सारा सामान लेकर फरार
तभी युवक को एक कॉल आया, जिसमें शाहनवाज उर्फ शानू नाम के व्यक्ति ने दावा किया कि वह नाजिया का पति है और उनका एक 5 साल का बेटा भी है। यह सुनकर पूरा परिवार स्तब्ध रह गया। इसके कुछ समय बाद नाजिया घर से सारा सामान लेकर फरार हो गई.
शिकायत के बावजूद कार्रवाई का अभाव
युवक ने खुद जांच की तो पता चला कि नाजिया अब नायता मुंडला इलाके में किराए के मकान में रह रही है और उसका बेटा भी वहीं है। जब युवक ने नाजिया की मां से बात की तो उन्होंने उल्टा धमकाया और नाजिया को भूल जाने की सलाह दी। इस धोखाधड़ी से परेशान युवक ने परशुराम सेना की मदद ली और पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। एडवोकेट नमन दुबे ने बताया कि युवक ने पहले गांधी नगर थाने में शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। फिलहाल जांच अधिकारी आरआई दीपक पाटिल ने मामले की जांच शुरू करने की पुष्टि की है.