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इजराइल-ईरान संघर्ष: क्या है स्थिति और भारत पर प्रभाव

मध्य पूर्व में इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने वैश्विक चिंता बढ़ा दी है। इजराइल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है, जिसके जवाब में ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस स्थिति में भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह जानना महत्वपूर्ण है। भारत के लिए दोनों देशों के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं, और युद्ध की स्थिति में तेल की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। जानिए इस संघर्ष का विस्तृत विश्लेषण और भारत पर इसके संभावित प्रभाव।
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इजराइल-ईरान संघर्ष: क्या है स्थिति और भारत पर प्रभाव

इजराइल-ईरान युद्ध की पृष्ठभूमि

इजराइल-ईरान युद्ध: मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। इजराइल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लॉयन' के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इसके जवाब में, ईरान ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3' शुरू किया है। विश्व के सभी देश इस संघर्ष को बढ़ने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ईरान और इजराइल दोनों ही पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस स्थिति में यह सवाल उठता है कि इजराइल ने ईरान पर हमला क्यों किया और इसका भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा?


ईरान की चेतावनी

ईरानी सेना ने दी चेतावनी

ईरानी सेना ने इजराइल को चेतावनी दी है कि अगला हमला दो हजार मिसाइलों से किया जाएगा। ईरान ने यह भी कहा है कि ऑपरेशन 'ट्रू प्रॉमिस-3' तब तक जारी रहेगा जब तक लक्ष्य हासिल नहीं हो जाता। दूसरी ओर, इजराइल भी ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार हो रहा है। आईडीएफ ने एक बयान में कहा है कि वह ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाना जारी रखेगा।


ईरानी वैज्ञानिकों की मौत

ईरान के 9 परमाणु वैज्ञानिकों की हुई मौत

इजराइल का दावा है कि उसके हमले में 9 ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। इजराइल ने इन वैज्ञानिकों के नाम भी जारी किए हैं। इसके अलावा, ईरान ने दो वरिष्ठ जनरलों की मौत की पुष्टि की है। सरकारी टेलीविजन रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के हमलों में दो वरिष्ठ ईरानी जनरल मारे गए हैं, जिनमें जनरल घोलमरेजा मेहराबी और जनरल मेहदी रब्बानी शामिल हैं।


भारत पर संभावित प्रभाव

भारत पर क्या असर पड़ेगा?

अब सवाल यह है कि यदि दोनों देशों के बीच संघर्ष बढ़ता है, तो इसका भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा? आपको बता दें कि इजराइल और ईरान दोनों के साथ भारत के अच्छे संबंध हैं। इजराइल से भारत को हथियार, ड्रोन, मिसाइल डिफेंस सिस्टम और साइबर सुरक्षा तकनीक मिलती है, जबकि ईरान से भारत को तेल प्राप्त होता है। जानकारी के अनुसार, भारत अपनी 85% तेल की जरूरत आयात से पूरी करता है। ऐसे में यदि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध होता है, तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें और महंगाई दोनों बढ़ सकती हैं।