Newzfatafatlogo

इजराइल और ईरान के बीच कूटनीतिक वार्ता विफल, तनाव बढ़ा

इजराइल और ईरान के बीच तनाव कम करने के लिए आयोजित कूटनीतिक वार्ता असफल रही है। जेनेवा में हुई इस बैठक में यूरोपीय मंत्रियों और ईरान के राजनयिकों ने चर्चा की, लेकिन ईरान के विदेश मंत्री ने इजराइल के हमलों के कारण वार्ता में रुचि नहीं दिखाई। इजराइल के प्रधानमंत्री ने ईरान में सैन्य अभियान जारी रखने की बात कही है। जानें इस संघर्ष के पीछे की वजहें और भविष्य की संभावनाएं।
 | 
इजराइल और ईरान के बीच कूटनीतिक वार्ता विफल, तनाव बढ़ा

कूटनीतिक प्रयासों की असफलता

इजराइल और ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए आयोजित कूटनीतिक वार्ता असफल रही। शुक्रवार को जेनेवा में यूरोपीय मंत्रियों और ईरान के उच्च स्तरीय राजनयिकों के बीच चार घंटे तक चर्चा हुई। इस दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध में अमेरिकी सेना की भागीदारी पर विचार कर रहे थे, जिससे परमाणु रिएक्टरों पर हमलों की चिंताएं बढ़ गईं।


भविष्य की वार्ता की संभावना

यूरोपीय अधिकारियों ने भविष्य में वार्ता की उम्मीद जताई, जबकि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि वह आगे भी बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इजराइल के लगातार हमलों के कारण ईरान अमेरिका के साथ वार्ता में रुचि नहीं रखता।


ईरान की स्थिति

अरागची ने पत्रकारों से कहा, "यदि हमले बंद हो जाएं और हमलावर को उसके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए, तो ईरान कूटनीतिक कदम उठाने के लिए तैयार है।" हालांकि, वार्ता के लिए अगली तारीख तय नहीं की गई है।


इजराइल का सैन्य अभियान

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि जब तक आवश्यक होगा, उनका देश ईरान में सैन्य अभियान जारी रखेगा, जिसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइलों को समाप्त करना है।


ट्रंप का निर्णय

ट्रंप ने कहा है कि वह ईरान के खिलाफ इजराइल के अभियान में अमेरिका की भागीदारी पर दो सप्ताह में निर्णय लेंगे। इजराइल ने 13 जून को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले किए थे, जिसके बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई की।


मानवाधिकार समूह की रिपोर्ट

वाशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, ईरान में 263 आम नागरिकों सहित कम से कम 657 लोग मारे गए हैं और 2,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इजराइली सेना के अनुसार, ईरान ने इजराइल पर 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन दागे हैं।


इजराइल की रक्षा प्रणाली

सेना के अनुसार, अधिकांश मिसाइलों और ड्रोन को इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया है, फिर भी इन हमलों में इजराइल में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।


कुद्स फोर्स का कमांडर मारा गया

इजराइल ने कहा है कि कुद्स फोर्स के फलस्तीन कोर के कमांडर सईद इज़ादी को कोम शहर के एक अपार्टमेंट में मार दिया गया है। कुद्स फोर्स रिवॉल्यूशनरी गार्ड की एक विशेष शाखा है, जो ईरान के बाहर सैन्य और खुफिया अभियानों का संचालन करती है।