इजराइल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: युद्ध की संभावना
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष
पिछले कुछ दिनों में इजराइल और ईरान के बीच तनाव में वृद्धि हुई है, जिससे मध्य पूर्व एक बार फिर युद्ध की कगार पर पहुंच गया है। शुक्रवार को इजराइल ने तेहरान और उसके आसपास के क्षेत्रों पर हमला किया, जिसके जवाब में ईरान ने तेल अवीव और यरुशलम पर मिसाइलें दागीं। दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावना बढ़ रही है।यदि इजराइल और ईरान के बीच युद्ध होता है, तो यह सवाल उठता है कि कौन सी सेना अधिक शक्तिशाली है। क्षेत्रफल और जनसंख्या के मामले में ईरान इजराइल से कहीं आगे है। ईरान का कुल क्षेत्रफल 1.6 मिलियन वर्ग किलोमीटर है और इसकी जनसंख्या 88 मिलियन है, जबकि इजराइल का क्षेत्रफल केवल 22,000 वर्ग किलोमीटर है और इसकी जनसंख्या 9 मिलियन है।
ईरान की सैन्य शक्ति भी उल्लेखनीय है, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड और साइबर फोर्स शामिल हैं। ईरान की नियमित सेना में 600,000 सैनिक हैं, जबकि रिवोल्यूशनरी गार्ड में 200,000 सैनिक हैं। हालाँकि, हाल ही में इजरायली हमले में ईरान के कई शीर्ष कमांडरों की मौत हो गई, जिसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड के प्रमुख जनरल होसैन सलामी भी शामिल हैं।
ईरान के पास पुराने हथियार हैं, जो उसे पीछे छोड़ सकते हैं। 1979 की इस्लामिक क्रांति के दौरान अमेरिका द्वारा दिए गए कुछ हथियार आज भी ईरान के पास हैं। हालांकि, इजराइल की सेना को मध्य पूर्व की सबसे अच्छी सेना माना जाता है, जिसमें अत्याधुनिक हथियार और तकनीक शामिल हैं।
इजराइल के पास लगभग 170,000 सक्रिय सैनिक और 400,000 रिजर्व सैनिक हैं। गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ लंबे समय से लड़ाई के कारण इजराइल की सेना युद्ध कौशल में माहिर हो गई है। अमेरिका का समर्थन भी इजराइल के लिए महत्वपूर्ण है, जो हमेशा ईरान के खिलाफ इजराइल के साथ खड़ा रहता है।