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इजरायल-ईरान तनाव: नेतन्याहू ने खामेनेई को निशाना बनाने की संभावना जताई

इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को निशाना बनाने की संभावना को खारिज नहीं किया है। नेतन्याहू ने ईरान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इजरायल को परमाणु युद्ध की कगार पर लाने का प्रयास कर रहा है। इस संघर्ष में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और क्या कह रहे हैं नेतन्याहू।
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इजरायल-ईरान तनाव: नेतन्याहू ने खामेनेई को निशाना बनाने की संभावना जताई

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव

इजरायल और ईरान के बीच का तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस संदर्भ में, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाने की संभावना को पूरी तरह से खारिज नहीं करते। एक साक्षात्कार में जब उनसे यह सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि हम वही कर रहे हैं जो हमारे लिए आवश्यक है। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि खामेनेई को निशाना बनाना संघर्ष को और बढ़ाने के बजाय इसे समाप्त कर सकता है।


ईरान पर गंभीर आरोप

नेतन्याहू ने ईरान पर आरोप लगाया कि वह इजरायल को परमाणु युद्ध की कगार पर लाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि इजरायल इस खतरे को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके लिए बुराई की ताकतों का सामना करना आवश्यक है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इजरायल ने ईरान के प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया है, जिन्हें उन्होंने 'हिटलर की परमाणु टीम' के रूप में वर्णित किया।


अमेरिका की नीति पर टिप्पणी

एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खामेनेई को निशाना बनाने की इजरायली योजना को कभी मंजूरी नहीं दी थी। अमेरिकी अधिकारियों का मानना था कि जब तक ईरान अमेरिका पर सीधे हमले का प्रयास नहीं करता, तब तक उसके नेताओं को निशाना बनाना उचित नहीं है।


ईरान को वैश्विक खतरा मानते हैं नेतन्याहू

नेतन्याहू ने ईरान को एक वैश्विक खतरा बताया और ट्रंप की इस सोच की सराहना की कि बुराई के खिलाफ खड़ा होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाएं सफल न हों।


संघर्ष की स्थिति

इस बीच, इजरायल-ईरान संघर्ष चौथे दिन में प्रवेश कर चुका है। ईरान के अनुसार, इजरायली हमलों में अब तक 224 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इजरायल का दावा है कि ईरानी मिसाइल हमलों में उनके 24 नागरिक मारे गए हैं।