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इजरायल-ईरान संघर्ष: क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि

इजरायल और ईरान के बीच हाल के संघर्ष ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है। दोनों देशों के बीच ताजा हमले और जवाबी कार्रवाई ने पश्चिम एशिया में व्यापक संघर्ष की आशंका को जन्म दिया है। इजरायल ने ईरान के महत्वपूर्ण गैस क्षेत्र को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने इजरायली शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
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इजरायल-ईरान संघर्ष: क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव

इजरायल और ईरान के बीच तनाव अब गंभीर स्तर पर पहुंच चुका है। रविवार रात को दोनों देशों ने एक-दूसरे पर नए हमले शुरू कर दिए, जिससे पश्चिम एशिया में व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। इजरायल के हालिया हमले ने दुनिया के सबसे बड़े गैस क्षेत्र को निशाना बनाया, जो ईरान के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक स्रोत है। ईरानी अधिकारियों के अनुसार, तेहरान में हुए हमले में एक इजरायली मिसाइल ने एक आवासीय इमारत को टारगेट किया, जिसमें 29 बच्चों सहित कम से कम 60 लोग मारे गए। उत्तरी इजरायल में एक अन्य हमले में तीन महिलाओं की जान गई और दस अन्य घायल हुए।


ईरान की प्रतिक्रिया

ईरान ने 24 घंटे के भीतर इजरायली शहरों पर 200 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे, और इजरायल पर आरोप लगाया कि वह क्षेत्र को 'हिंसा के खतरनाक चक्र' में धकेल रहा है। ईरान ने अमेरिका के साथ अपनी आगामी परमाणु वार्ता को भी रद्द कर दिया, इसे मौजूदा हालात में 'अनुचित' बताया। तेहरान ने चेतावनी दी कि यदि इजरायली हमले जारी रहे, तो उसकी प्रतिक्रिया 'अधिक गंभीर' होगी, जिसमें इजरायल के क्षेत्रीय सहयोगियों के सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया जा सकता है।


इजरायल का सैन्य अभियान

इजरायल ने कहा है कि उसने ईरान के अंदर 150 से अधिक स्थानों को निशाना बनाया है, और तेहरान से लगातार मिसाइल दागे जाने के बाद अपने सैन्य अभियान को तेज कर दिया है। जैसे-जैसे हमले बढ़ते गए, इजरायल की सेना ने ईरानी मिसाइलों के आने की सूचना दी, जिसके परिणामस्वरूप तेल अविव और अन्य क्षेत्रों में धमाके सुने गए।


प्रधानमंत्री नेतन्याहू का आदेश

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले का आदेश दिया, जिसमें परमाणु सुविधाओं, सैन्य बुनियादी ढांचे और प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया गया। रिपोर्टों के अनुसार, इन हमलों में नतांज और इस्फ़हान सहित 150 से अधिक स्थानों को टारगेट किया गया, जिसमें कई शीर्ष सैन्य कमांडर और नौ परमाणु वैज्ञानिक मारे गए। ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायली ठिकानों पर चार बार में लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन दागे।


विदेशी सैन्य ठिकानों पर चेतावनी

ईरान ने यह भी चेतावनी दी है कि उसके मिसाइलों को रोकने में शामिल कोई भी विदेशी सैन्य अड्डा, जिसमें इजरायल के सहयोगी भी शामिल हैं, को निशाना बनाया जाएगा। हमलों के बावजूद, शनिवार तक तेल अविव के समुद्र तट व्यस्त रहे और निवासी सार्वजनिक स्थानों पर लौट आए।