इजरायल-ईरान संघर्ष: नेतन्याहू ने परमाणु ठिकानों पर हमले की दी चेतावनी

इजरायल की सैन्य क्षमता और ईरान के खिलाफ कार्रवाई
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे गंभीर संघर्ष के सातवें दिन, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि उनका देश ईरान के सभी परमाणु स्थलों को अकेले नष्ट करने की क्षमता रखता है। हालांकि, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोग का स्वागत किया है। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ईरान की सभी न्यूक्लियर सुविधाओं पर हमला करने में सक्षम है, लेकिन किसी भी प्रकार की मदद का स्वागत है।
नेतन्याहू का दावा: दुनिया का चेहरा बदल रहा है
नेतन्याहू ने एक सार्वजनिक प्रसारण में कहा, "हम ईरान के सभी परमाणु ठिकानों पर हमला करने में सक्षम हैं, लेकिन हर मदद का स्वागत है।" जब उनसे अमेरिका की भूमिका के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के हित में निर्णय लेंगे, और वह इजरायल के हित में।
ईरानी हमलों में नागरिकों पर असर
ईरान ने हाल ही में इजरायल के दक्षिणी क्षेत्र में सोरोका मेडिकल सेंटर और तेल अवीव के आसपास के आवासीय इलाकों को निशाना बनाया। इस हमले में 240 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें 80 मरीज और चिकित्सा स्टाफ शामिल हैं। अधिकांश को हल्की चोटें आईं क्योंकि समय पर अस्पताल को खाली कर दिया गया था।
इजरायल की जवाबी कार्रवाई
इन हमलों के जवाब में, इजरायली वायुसेना ने ईरान के परमाणु और मिसाइल ढांचे पर फिर से हमले किए। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि इजरायल की सैन्य कार्रवाई केवल रणनीतिक ठिकानों पर केंद्रित है, न कि आम नागरिकों पर। उन्होंने कहा, "वे ऐसे अस्पतालों पर हमला करते हैं जहां लोग सुरक्षित नहीं रह सकते, यही लोकतंत्र और हत्यारों के बीच का अंतर है।"
खामेनेई को भी निशाना बनाने की चेतावनी
नेतन्याहू ने बीयरशेवा के सोरोका अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैंने निर्देश दिए हैं कि कोई भी इजरायली हमलों से अछूता नहीं रहेगा।" उन्होंने संकेत दिया कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई भी संभावित लक्ष्य हो सकते हैं।
इजरायल के रक्षा मंत्री की धमकी
इजरायल के रक्षा मंत्री इस्राइल कात्ज ने खामेनेई को सीधे निशाना बनाते हुए कहा, "खामेनेई, जो आधुनिक हिटलर है, उसका अस्तित्व समाप्त करना इस ऑपरेशन का एक उद्देश्य है।"
ऑपरेशन 'राइजिंग लायन' का प्रभाव
इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' की शुरुआत पिछले शुक्रवार को की थी। तब से अब तक इजरायली हमलों में ईरान में 639 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं।
परमाणु खतरे का अंत करने का संकल्प
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा, "इस ऑपरेशन के अंत में इजरायल पर न कोई परमाणु खतरा रहेगा और न ही बैलिस्टिक मिसाइलों का।" उन्होंने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हुआ, तो इजरायल अकेले आगे बढ़ने के लिए तैयार है।