इजरायल-ईरान संघर्ष में बढ़ती हिंसा और अंतरराष्ट्रीय प्रयास
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने गंभीर रूप ले लिया है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच लगातार हमले हो रहे हैं। ईरानी सेना ने इजरायल के नागरिक क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई है, जबकि इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई की है। इस बीच, यूरोपीय राजनयिकों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नई वार्ता का प्रयास किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को चेतावनी दी है कि उसे तनाव कम करने के लिए समय दिया गया है। जानिए इस जटिल स्थिति के बारे में और अधिक।
Jun 21, 2025, 16:23 IST
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संघर्ष की तीव्रता में वृद्धि
इजरायल और ईरान के बीच चल रही लड़ाई अब और भी गंभीर हो गई है। पिछले 9 दिनों से जारी इस खूनी संघर्ष में दोनों देश एक-दूसरे पर तीव्र हमले कर रहे हैं। ईरानी सेना ने इजरायल के नागरिक क्षेत्रों में व्यापक तबाही मचाई है। यह संघर्ष तब और बढ़ गया जब यूरोपीय राजनयिकों ने परमाणु वार्ता को फिर से शुरू करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिनेवा में एक नई बैठक का आयोजन किया। इस बीच, इजरायल के रक्षा मंत्री, इजरायल कैट्ज ने बताया कि उनकी सेना ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी शाखा, कुद्स बल के एक प्रमुख कमांडर को मार गिराया। शनिवार को, इजरायली नौसेना ने दक्षिणी लेबनान के नक़ौरा के पास हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया।
इजरायली हवाई हमले और ईरानी जवाबी कार्रवाई
इजरायली सेना ने बताया कि उनके लड़ाकू विमानों ने पश्चिमी ईरान में मिसाइल ढांचे को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने हाइफा और बीरशेबा पर मिसाइलों की बौछार की। इस संघर्ष में कम से कम 19 इजरायली नागरिक घायल हुए हैं, और ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता समाचार एजेंसी के अनुसार, संघर्ष के आरंभ से अब तक ईरान में 657 लोगों की मौत और 2,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। जिनेवा में ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख और यूके, फ्रांस तथा जर्मनी के मंत्रियों के साथ बातचीत की। अराघची ने स्पष्ट किया कि जब तक इजरायल अपने हमलों को रोकता नहीं है, तब तक ईरान अमेरिका के साथ बातचीत नहीं करेगा, लेकिन उन्होंने यूरोप के साथ संवाद जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।
अमेरिकी राष्ट्रपति की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय मध्यस्थता प्रयासों पर संदेह जताते हुए कहा कि ईरान यूरोप से बात करने में रुचि नहीं रखता। उन्होंने कहा कि ईरान केवल अमेरिका से बात करना चाहता है। ट्रंप ने शुक्रवार को तेहरान को चेतावनी दी थी कि उसके पास तनाव कम करने के लिए केवल दो सप्ताह हैं, अन्यथा उसे संभावित अमेरिकी हस्तक्षेप का सामना करना पड़ सकता है।