इजरायल-ईरान संघर्ष: हताहतों की संख्या बढ़ी, ट्रंप का युद्धविराम पर बयान

संघर्ष की स्थिति
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के पांचवें दिन भी स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। दोनों देश एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं, जिससे हताहतों की संख्या में वृद्धि हो रही है। रिपोर्टों के अनुसार, इजरायल में कम से कम 24 और ईरान में 224 लोग मारे गए हैं। इजरायल के हवाई हमलों ने ईरान के महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया है, जिनमें मिसाइल भंडारण बंकर, लांचर और परमाणु सुविधाएं शामिल हैं। दोनों पक्षों ने इजरायल के प्रमुख शहरों जैसे हाइफा, तेल अवीव और यरुशलम, साथ ही ईरान की राजधानी तेहरान में नागरिकों को भारी नुकसान पहुंचाया है.
ट्रंप का बयान
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच युद्धविराम कराने की पेशकश की है। हालांकि, ट्रंप ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें जी7 शिखर सम्मेलन की बैठक को किसी अन्य कारण से बीच में रोकना पड़ा, और इसका युद्धविराम से कोई संबंध नहीं है.
जी7 शिखर सम्मेलन में घटनाक्रम
मैक्रों ने कहा कि ट्रंप ईरान और इजरायल के बीच शांति समझौता कराने के लिए जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका लौटे हैं। ट्रंप ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका दौरा युद्धविराम से संबंधित नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा मुद्दा है। उन्होंने इस पर और जानकारी दिए बिना राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक बुलाई.
शांति समझौते की संभावनाएं
मैक्रों ने संवाददाताओं से कहा कि ट्रंप का उद्देश्य ईरान और इजरायल के बीच शांति समझौता कराना है। उन्होंने बताया कि युद्धविराम के लिए विशेष प्रस्ताव दिया गया था, ताकि व्यापक चर्चा शुरू की जा सके। रिपोर्टों के अनुसार, ट्रंप के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची परमाणु समझौते और संघर्ष को समाप्त करने पर चर्चा करने के लिए मिल सकते हैं.