इजरायल और हमास के बीच संघर्ष: ट्रंप की चेतावनी और संभावित सैन्य कार्रवाई

संघर्षविराम के बाद का संकट
गाजा में संघर्षविराम के बावजूद खतरा अभी भी बना हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनियों से ऐसा प्रतीत होता है कि यदि हमास ने अपने हथियार नहीं रखे, तो इजरायली सेना गाजा में फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकती है। ट्रंप ने कहा कि उनके निर्देश पर इजरायल फिर से उन क्षेत्रों में लौट आएगा। CNN को दिए एक फोन इंटरव्यू में उन्होंने स्पष्ट किया कि गाजा में युद्धविराम पूरी तरह से हमास के निरस्त्रीकरण पर निर्भर है।
अमेरिकी दबाव और इजरायल की स्थिति
ट्रंप ने कहा, 'अगर इजरायल चाहें तो वे उन्हें धूल चटा सकते हैं।' उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को संयम बरतने के लिए मनाना पड़ा। ट्रंप ने कहा, 'मैंने बीबी (नेतन्याहू) से बात की थी और उन्हें रोकना पड़ा।' इसके साथ ही, उन्होंने बंधकों की रिहाई को अपनी प्राथमिकता बताया, जिसमें 20 बंधकों को छुड़ाना सबसे महत्वपूर्ण है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस ने जानकारी दी कि हमास ने दो और बंधकों के शव सौंप दिए हैं, लेकिन शवों की वापसी की धीमी प्रक्रिया ने इजरायल में तनाव को बढ़ा दिया है।
इजरायल की सैन्य कार्रवाई की चेतावनी
ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिकी सेना हमास को निरस्त्र करने के अभियान में शामिल नहीं होगी, लेकिन इजराइल का समर्थन करेगी। उन्होंने एक दिन पहले कहा था कि यदि हमास ने हथियार नहीं रखे, तो हम उसे निरस्त्र करेंगे, और यह प्रक्रिया संभवतः हिंसक हो सकती है। इस बीच, इजरायल के रक्षा मंत्री ने चेतावनी दी है कि यदि हमास अमेरिका समर्थित युद्धविराम की शर्तों का पालन नहीं करता है, तो लड़ाई फिर से शुरू हो जाएगी।