इजरायल का कुद्स फोर्स कमांडर पर हवाई हमला: ईरान को बड़ा झटका

इजरायल का सटीक हवाई हमला
इजरायल ने ईरान के सैन्य ढांचे को एक और गंभीर झटका दिया है। इस बार, इजरायली सेना (आईडीएफ) ने ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की विदेशी शाखा, कुद्स फोर्स के हथियार ट्रांसफर इकाई के प्रमुख बेनहम शाहरियारी को निशाना बनाया। पश्चिमी ईरान में एक सटीक हवाई हमले में शाहरियारी को मार गिराया गया। यह कार्रवाई इजरायल की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह ईरान के उच्च स्तर के सैन्य अधिकारियों को लगातार निशाना बना रहा है।
शाहरियारी की भूमिका
आईडीएफ का दावा है कि बेनहम शाहरियारी कुद्स फोर्स की हथियार ट्रांसफर इकाई का प्रमुख था। वह ईरानी शासन से लेकर मध्य पूर्व में सक्रिय प्रॉक्सी संगठनों तक हथियारों की आपूर्ति का जिम्मेदार था। शाहरियारी ने हिज्बुल्लाह, हमास और यमन के हौथी विद्रोहियों को मिसाइलें और रॉकेट्स की आपूर्ति की थी। इसके अलावा, वह आतंकवादी संगठनों को वित्तपोषित करने में भी शामिल था, जो इजरायल को नष्ट करने की ईरानी रणनीति का हिस्सा था।
सटीकता से किया गया हमला
🔴ELIMINATED: Behnam Shahriyari, commander of the Quds Force’s Weapons Transfer Unit in the IRGC, was eliminated in a precise IDF strike in western Iran.
— Israel Defense Forces (@IDF) June 21, 2025
Shahriyari was responsible for all weapons transfers from the Iranian regime to its proxies across the Middle East in order… pic.twitter.com/O9nEjuauuW
आईडीएफ ने इस ऑपरेशन की सटीकता को दर्शाते हुए एक वीडियो जारी किया, जिसमें शाहरियारी के वाहन पर हमला दिखाया गया है। आईडीएफ का दावा है कि 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी से मिसाइल दागकर शाहरियारी को मार गिराया गया। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि एक वाहन तेजी से सड़क पर दौड़ रहा है, तभी उस पर मिसाइल हमला होता है और वाहन पूरी तरह नष्ट हो जाता है।
कुद्स फोर्स को दूसरा झटका
शाहरियारी के साथ-साथ, आईडीएफ ने कुद्स फोर्स के एक अन्य कमांडर, साईद इजादी को भी ईरान के कौम शहर में मार गिराने का दावा किया। "शाहरियारी और इजादी का खात्मा आतंकवादी संगठनों को पुनर्गठन और मजबूत करने की उनकी क्षमता के लिए एक बड़ा झटका है।"
कुद्स फोर्स का वैश्विक नेटवर्क
1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद, सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खुमैनी ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का गठन किया था। इसके तहत कुद्स फोर्स की स्थापना की गई, जो ईरान से बाहर लेबनान, फिलीस्तीन, सीरिया और इराक जैसे देशों में प्रॉक्सी संगठनों को हथियार और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। कुद्स फोर्स का उद्देश्य ईरानी शासन के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाना और इजरायल के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देना है।
इजरायल की रणनीति
इजरायल की यह कार्रवाई क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच आई है। शाहरियारी और इजादी जैसे वरिष्ठ कमांडरों को निशाना बनाकर, इजरायल ने न केवल ईरान के सैन्य ढांचे को कमजोर किया है, बल्कि उसके प्रॉक्सी संगठनों की रीढ़ भी तोड़ दी है। यह हमला मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन को प्रभावित कर सकता है और क्षेत्रीय स्थिरता पर गहरा असर डाल सकता है।