इजरायल में युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन, बंधकों की सुरक्षा पर चिंता

इजरायल में चल रहे विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली। इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है। इजरायली सेना गाजा पर हमले कर रही है, लेकिन अब इजरायल के नागरिक भी युद्ध के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे बंधकों की जान को खतरे में डालकर युद्ध नहीं जीतना चाहते। इजरायल के विदेश मंत्री ने कहा कि हम गाजा में खाद्य सामग्री भेज रहे हैं, लेकिन हमास उसे लूट रहा है, जिससे जरूरतमंदों को भोजन नहीं मिल पा रहा है।
बंधक के वीडियो ने बढ़ाई चिंता
हाल ही में एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक बंधक, एव्यातर डेविड, अपनी कब्र खोदते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो ने इजरायल में लोगों को भड़का दिया है। बंधकों और मारे गए लोगों के परिवारों के दो समूहों ने प्रदर्शन शुरू किया है, जिसे व्यापक समर्थन मिल रहा है। प्रदर्शनकारियों को डर है कि अगर लड़ाई तेज होती है, तो सात अक्टूबर 2023 को बंधक बनाए गए लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है। उन्हें उम्मीद है कि बंधक अब भी जीवित हैं। इजरायल का मानना है कि 20 बंधक जीवित हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे बंधकों की लाशों की कीमत पर युद्ध नहीं जीतना चाहते।
प्रदर्शन का विस्तार
इजरायल के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शनकारी जुटे हैं, जिनमें राजनेताओं के आवास, सैन्य मुख्यालय और प्रमुख राजमार्ग शामिल हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें की गईं, जबकि उन्होंने सड़कों को जाम कर दिया। कुछ रेस्तरां और सिनेमाघर भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में बंद कर दिए गए। इस बीच, पुलिस ने 38 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। तेल अवीव के बंधक चौक पर प्रदर्शन के दौरान अर्बेल येहूद ने कहा, 'सैन्य दबाव से बंधकों को वापस नहीं लाया जा सकता। उन्हें वापस लाने का एकमात्र तरीका बिना किसी आनाकानी के समझौता करना है।'
विदेश मंत्री का बयान
इजरायल के विदेश मंत्री का बयान
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि सात अक्टूबर 2023 को हुए हमले के बाद हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को भूखा रखा गया है, जबकि आतंकवादी मांस, मछली और सब्जियां खा रहे हैं। उनका दावा है कि इजरायल गाजा में भारी मात्रा में सहायता सामग्री पहुंचने दे रहा है, लेकिन हमास खाद्य सामग्री को लूटकर उसे बेच रहा है।