Newzfatafatlogo

इजरायली हमलों का बचाव: फ्रांस और ब्रिटेन के उदाहरण

कतर में हमास नेताओं पर इजरायली हमले का बचाव करते हुए, डैनन ने फ्रांस और ब्रिटेन की सैन्य कार्रवाइयों का उल्लेख किया। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि अन्य देशों के हमले उचित हैं, तो इजरायल के हमले को क्यों गलत ठहराया जा रहा है? जानें इस पर उनका क्या कहना है और इजरायली सेना के हालिया हमलों के संदर्भ में उनकी राय।
 | 
इजरायली हमलों का बचाव: फ्रांस और ब्रिटेन के उदाहरण

इजरायल के हमलों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

सूचना स्रोत: कतर में हमास नेताओं पर इजरायली हमले का बचाव करते हुए, डैनन ने फ्रांस और ब्रिटेन की सैन्य कार्रवाइयों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि 2014 से 2022 के बीच, फ्रांस ने माली, चाड, बुर्किना फासो और मॉरिटानिया में आतंकवादियों के खिलाफ कई हमले किए। इसी प्रकार, ब्रिटेन ने भी इराक और सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ कार्रवाई की थी।



डैनन ने सवाल उठाया कि यदि ये हमले उचित थे, तो इजरायल के हमले को क्यों गलत ठहराया जा रहा है? उन्होंने कहा कि इजरायली खून की कोई कीमत नहीं है? दरअसल, इजरायली सेना ने 9 सितंबर को कतर की राजधानी दोहा में हमास के प्रमुख खलील अल हय्या को निशाना बनाते हुए हमला किया था।


उन्होंने कहा कि 9 सितंबर को इजरायल ने एक सटीक हमला किया, जिसका उद्देश्य उन नेताओं को निशाना बनाना था, जो वर्षों से इजरायल के खिलाफ हमले की योजना बना रहे थे। डैनन ने स्पष्ट किया कि ये लोग कोई राजनेता या कूटनीतिज्ञ नहीं थे, बल्कि आतंक के मास्टरमाइंड थे, जिन्होंने 7 अक्टूबर के नरसंहार की योजना बनाई थी। उन्होंने निर्दोष लोगों की हत्या, बच्चों का अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार किए।