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इजरायली हवाई हमलों में ईरान के परमाणु रिएक्टर पर बमबारी

इजरायली जेट विमानों ने ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर पर बमबारी की, जिसका उद्देश्य इसे परमाणु हथियारों के विकास से रोकना था। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने इस हमले की पुष्टि की है और बताया कि रिएक्टर में कोई परमाणु सामग्री नहीं थी। जानें इस रिएक्टर के बारे में और IAEA की चेतावनी के संदर्भ में क्या जानकारी है।
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इजरायली हवाई हमलों में ईरान के परमाणु रिएक्टर पर बमबारी

इजरायली हवाई हमले का विवरण

इजरायली जेट विमानों ने संघर्ष के सातवें दिन मध्य ईरान में एक निर्माणाधीन परमाणु रिएक्टर पर बमबारी की। इजरायली सेना ने बताया कि इस हमले का लक्ष्य अराक भारी जल रिएक्टर के कोर सील को नष्ट करना था, ताकि इसे परमाणु हथियारों के विकास में उपयोग नहीं किया जा सके। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने इस हमले की पुष्टि की है और बताया कि रिएक्टर में कोई परमाणु सामग्री नहीं थी। IAEA ने यह भी कहा कि ईरान ने अराक के रिएक्टर को हटा दिया है, जिससे इसे निष्क्रिय कर दिया गया है।


अराक हेवी वाटर रिएक्टर की जानकारी

अराक हेवी वाटर रिएक्टर तेहरान से लगभग 250 किलोमीटर (155 मील) की दूरी पर स्थित है। यह रिएक्टर परमाणु रिएक्टरों को ठंडा करने में मदद करता है और प्लूटोनियम का उत्पादन भी करता है। ईरान पर लगे प्रतिबंधों के कारण इसका निर्माण कुछ समय के लिए रुक गया था, लेकिन 2015 में पश्चिमी देशों के साथ समझौते के बाद इसका काम फिर से शुरू हुआ। रिपोर्टों के अनुसार, इसे अगले वर्ष चालू करने की योजना थी।


IAEA की चेतावनी

हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने चेतावनी दी थी कि वह ईरान के भारी जल उत्पादन की निगरानी ठीक से नहीं कर पा रही है, क्योंकि ईरान ने निरीक्षकों पर कुछ पाबंदियां लगा दी हैं। IAEA के निरीक्षकों ने आखिरी बार 14 मई को अराक रिएक्टर का दौरा किया था।