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इज़राइल के ऑपरेशन ने ईरान की सैन्य संरचना को किया कमजोर

इज़राइल द्वारा किए गए एक गोपनीय ऑपरेशन ने ईरान की सैन्य संरचना को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। इस कार्रवाई में कई प्रमुख सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया गया, जिनमें IRGC के कमांडर और अन्य शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। इस ऑपरेशन के परिणामस्वरूप ईरान की सैन्य क्षमता और मनोबल पर गहरा प्रभाव पड़ा है। जानें इस ऑपरेशन के बारे में और इसके संभावित परिणामों के बारे में।
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इज़राइल का गोपनीय ऑपरेशन

इस गोपनीय और सुनियोजित ऑपरेशन ने ईरान की सैन्य कमान को गंभीर नुकसान पहुँचाया है। इस कार्रवाई में कई प्रमुख सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया गया, जो पहले से ही सुरक्षित माने जाने वाले स्थानों पर थे।


मारे गए प्रमुख सैन्य अधिकारी:


1. मेजर जनरल हुसैन सलामी - IRGC कमांडर (2019-2025): अयातुल्ला खामेनेई के अधीन, क्षेत्रीय अस्थिरता में IRGC की भूमिका के प्रमुख वास्तुकार। उनका निधन ईरान के वैश्विक सैन्य अभियानों को बड़ा झटका है।


2. मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी - चीफ ऑफ स्टाफ, सशस्त्र बल (2016-2025): ईरान की सभी सैन्य शाखाओं का समन्वयक, जिन्होंने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद विदेशों में सैन्य उपस्थिति को बढ़ाया।


3. अली शमखानी - पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा प्रमुख (2013-2023): खुफिया रणनीति और विदेश नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले, सऊदी अरब के साथ मेल-मिलाप के सूत्रधार। उनका मारा जाना सैन्य और राजनीतिक दोनों स्तरों पर बड़ा संदेश है।


4. आमिर अली हाजीज़ादेह - IRGC एयरोस्पेस फोर्स के प्रमुख: ईरान के मिसाइल कार्यक्रम के मुख्य वास्तुकार और अप्रैल 2024 के इजरायली हमले की रणनीति के सूत्रधार। उन्हें एक भूमिगत बंकर में मारा गया, जो ऑपरेशन की गहराई को दर्शाता है।


इस ऑपरेशन ने ईरान की सैन्य क्षमता, मनोबल और जवाबी कार्रवाई की योजना को गंभीर धक्का पहुँचाया है। पश्चिम एशिया की पहले से ही ज्वालामुखी स्थिति में, यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखी जा रही है।