Newzfatafatlogo

इज़रायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: ड्रोन हमलों का नया अध्याय

इज़रायल ने ईरान के भीतर एक गुप्त ड्रोन बेस स्थापित किया है, जिससे सटीक हमलों को अंजाम दिया गया है। इस हमले ने ईरान के परमाणु संयंत्र को नुकसान पहुँचाया है और ईरान ने इसे युद्ध की घोषणा मानते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अमेरिका के पास दुनिया के सबसे घातक हथियार हैं। इस स्थिति ने क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है, जिससे वैश्विक समुदाय में चिंता उत्पन्न हुई है। जानें इस जटिल स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
 | 
इज़रायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव: ड्रोन हमलों का नया अध्याय

गुप्त ड्रोन बेस का खुलासा

इज़रायल के अधिकारियों के अनुसार, मोसाद ने ईरान के अंदर एक गुप्त ड्रोन बेस स्थापित किया है, जिससे सटीक हमलों को अंजाम देना संभव हुआ है। इस छिपे हुए बेस से लॉन्च किए गए विस्फोटकों से भरे ड्रोन ने तेहरान के निकट बैलिस्टिक मिसाइल लांचरों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया, जिससे इज़रायली हवाई हमलों के दौरान ईरान की जवाबी कार्रवाई की क्षमता प्रभावित हुई। 


हथियारों की तस्करी

रिपोर्टों के अनुसार, उन्नत हथियार प्रणालियों को भी ईरान में तस्करी के माध्यम से लाया गया। इन प्रणालियों को ईरान के हवाई रक्षा तंत्र को निष्क्रिय करने के लिए तैनात किया गया, जिससे इज़रायली लड़ाकू विमानों को ईरानी आसमान में महत्वपूर्ण हवाई श्रेष्ठता और परिचालन स्वतंत्रता प्राप्त हुई। 


हमले का प्रभाव

हमले का प्रभाव 

इज़रायल के हमले ने ईरान के परमाणु संयंत्र को नुकसान पहुँचाया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आशा व्यक्त की कि ये हमले ईरान के धार्मिक शासन के पतन में तेजी लाएंगे। उन्होंने कहा कि उनका संदेश ईरानी लोगों के लिए यह है कि लड़ाई उनके खिलाफ नहीं, बल्कि उस 'क्रूर तानाशाही' के खिलाफ है जिसने 46 वर्षों तक उन पर अत्याचार किया है। 


ट्रंप की चेतावनी

अमेरिका के पास दुनिया के सबसे घातक हथियार- ट्रंप

ईरान ने इसे 'युद्ध की घोषणा' मानते हुए इज़रायल को 'कठोर और निर्णायक' जवाब देने की धमकी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि अमेरिका दुनिया में सबसे घातक हथियार बनाता है और इज़रायल के पास भी इनमें से बहुत सारे हैं और वे उनका उपयोग करना जानते हैं। 


क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि

इजरायल-ईरान के बीच बढ़ा तनाव

इस हमले के बाद, क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि हुई है और वैश्विक समुदाय ने चिंता व्यक्त की है। ईरान ने इज़राइल की ओर 100 से अधिक ड्रोन लॉन्च किए, जिनमें से अधिकांश को इंटरसेप्ट किया गया। अमेरिका और इज़रायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर बढ़ते तनाव के कारण, ईरान ने आगामी वार्ता को रद्द कर दिया है। 

यह ऑपरेशन इज़रायल और ईरान के बीच शत्रुता के एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है, जिससे मध्य पूर्व में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वैश्विक नेताओं ने संयम की अपील की है, लेकिन क्षेत्रीय स्थिरता की चिंता बनी हुई है।